खरीदार के मौत के बाद मदद के लिए आगे आई नेफोवा
एप्लास्टिक एनिमिया जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे आम्रपाली के ड्रीम वैली प्रोजेक्ट के खरीदार योगेश की आकस्मिक मृत्यु के बाद नेफोवा व अन्य खरीदार उनके परिवार की मदद के लिए आगे आए हैं

नोएडा। एप्लास्टिक एनिमिया जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे आम्रपाली के ड्रीम वैली प्रोजेक्ट के खरीदार योगेश की आकस्मिक मृत्यु के बाद नेफोवा व अन्य खरीदार उनके परिवार की मदद के लिए आगे आए हैं और उन्हें हर संभव सहायता की कोशिश में लगे हैं। इसके चलते ही शनिवार सुबह नेफोवा के सदस्य शोकाकुल परिवार से मिलने उनके निवास स्थान जाएंगे।
नेफोवा की महासचिव श्वेता भारती ने बताया कि योगेश गंभीर बीमारी से पीड़ित होने के बावजूद अपनी पत्नी कविता के साथ लंबे समय से फ्लैट खरीदार की लड़ाई में शामिल थे। उनके निधन की खबर मिलते ही नेफोवा पदाधिकारियों ने बिल्डर आम्रपाली के डायरेक्टर शिवप्रिय से बात की और उनके फ्लैट का पैसा पूरे ब्याज के साथ योगेश की पत्नी कविता सिंह को जल्द से जल्द लौटाए जाने की मांग की।
जिसे शिवप्रिय ने स्वीकार किया है और कहा है कि ब्याज समेत उनके फ्लैट की पूरी कीमत का चेक बनाकर तैयार है। श्वेता भारती ने बताया कि योगेश के शोकसंतप्त परिवार ने जो खोया है, वो तो उन्हें कभी वापस नही मिल सकता, लेकिन नेफोवा के इस पहल से उन्हें मुश्किल की इस घड़ी में शायद थोड़ी राहत जरूर मिलेगी।
फ्लैट खरीदार योगेश की मौत का जिम्मेदार आम्रपाली बिल्डर : नेफोमा
आम्रपाली ड्रीम वैली के घर खरीदार योगेश कुमार आम्रपाली समूह से पैसा वापस लेना चाहते थे अपने इलाज के लिए घर खरीदारों के प्रदर्शन में हमेशा आते थे और हर लड़ाई में साथ थे। योगेश कुमार आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे। बैंक का इन्स्टालमेन्ट और रेंट सात सालों से दे रहे थे लेकिन उनको घर नहीं मिला और दुनिया से अलविदा कह गए।
नेफोमा अध्यक्ष अन्नू खान ने बताया कि जब योगेश का इलाज चल रहा था तब भी वो धरना प्रदर्शन में परिवार सहित शामिल हुए। बिल्डर को बार-बार उनकी पत्नी के द्वारा अवगत कराया गया लेकिन बिल्डर का दिल नही पसीजा, उनकी मृत्यु का जिम्मेदार सिर्फ बिल्डर है अगर समय रहते उनको पैसा मिल जाता तो वह अच्छे अस्तपाल में इलाज करा सकते थे।


