Top
Begin typing your search above and press return to search.

डॉक्टर की लापरवाही से नवजात की मौत

स्थानीय मातृ शिशु अस्पताल मद डोरक्टरों की लापरवाही की वजह से प्रसूता को अपने नवजात बच्चे को खोना पड़ गया

डॉक्टर की लापरवाही से नवजात की मौत
X

गौरेला। स्थानीय मातृ शिशु अस्पताल मद डोरक्टरों की लापरवाही की वजह से प्रसूता को अपने नवजात बच्चे को खोना पड़ गया । ज्ञात हो कि कोरबा जिले के पसान गांव में रहने वाली शिक्षाकर्मी मीना साहू गर्भवती थी और मंगलवार की शाम प्रसव पीड़ा होने पर वो अपने ऱिश्तेदारों के साथ पेंड्रा मरवाही क्षेत्र के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में इलाज के लिये पहुची थी जहां अस्पताल में पदस्थ महिला चिकित्सक सुभद्रा पैकरा ने मीना का चैकअप किया और दवा लिखकर हॉस्पिटल में भर्ती करने की खानापुर्ति कर दी जिसके बाद रात में अचानक मीना को प्रसव पीड़ा हुयी जिसके बाद अस्पताल में पदस्थ नर्स और मीना के परिजन लगातार महिला चिकित्सक के घर में भी जाकर उन्हे उठाने की कोशिश की पर महिला चिकित्सक ने दरवाजा नही खोला काफी देर तक कुछ भी प्रतिक्रिया ना मिलने पर हतास होकर परिजन वापस अस्पताल आ गये इधर नर्स ने किसी तरह मीना का प्रसव कराने की कोशिश की तो नवजात हुआ जिसके बाद नर्स ने बच्चा कमजोर होने की बात कही और वही अस्पताल में पदस्थ बच्चों के डॉक्टर को बच्चा दिखाने के लिये परिजनों को बोला पर इस बार भी परिजनों को कामयाबी हाथ नही लगी क्योकि बच्चों के डॉक्टर ने भी अपने घर का दरवाजा नही खोला आखिरकार नवजात की भी कुछ देर बाद मौत हो गयी ।

महिला के पति संतोष साहू का आरोप है कि अगर समय पर डॉक्टर नवजात को देखने आ जाते तो शायद बच्चा की मौत न होती । दोनो डॉक्टरो को ने एक बार अस्पताल आकर प्रसूता और नवजात को देखने की फुर्सत नही थी
डॉ अभिमन्यु सिंह ;उबी चिकित्सक प्रभारी द्ध. नवजात प्रीमैच्योर था जोकि सात माह का था उसकी मौत डिलेवरी के पहले ही हो गयी थी ए डॉ सतीश अग्रल एक दिन पहले नाईट ड्यूटी थी मंगलवार को उनका रेस्ट था। तबियत खराब होने के कारण उनका मोबाइल नही लगा होगा ।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it