डॉ सरोजिनी अग्रवाल नीरजा भनोत पैन एम पुरस्कार से सम्मानित
जानी-मानी सामाजिक कार्यकर्ता सरोजिनी अग्रवाल को आज हरियाणा के राज्यपाल प्रो़ कप्तान सिंह सोलंकी ने इस साल के नीरजा भनोत पैन एम पुरस्कार से सम्मानित किया
चंडीगढ। जानी-मानी सामाजिक कार्यकर्ता सरोजिनी अग्रवाल को आज हरियाणा के राज्यपाल प्रो़ कप्तान सिंह सोलंकी ने इस साल के नीरजा भनोत पैन एम पुरस्कार से सम्मानित किया। डॉ़ सरोजिनी ने अपने लखनऊ स्थित ‘मनीषा मंदिर‘ संस्थान में 800 बेसहारा लड़कियों को न सिर्फ पाला बल्कि उन्हें शिक्षा मुहैया कराकर आत्मनिर्भर बनाया।
नीरजा भनोत पैन एम पुरस्कार पैन एम एयरलाइंस की एयरहोस्टेस नीरजा भनोत की याद में दिया जाता है जिन्हें पांच सितंबर 1986 को आतंकवादियों ने मार डाला था।
मरने से पहले उन्होंने सूझबूझ और बहादुरी से पैन एम उड़ान 73 के कई यात्रियों की जान बचाई थी। उड़ान मुंबई से न्यूयार्क जा रहीं थी तभी कराची में विमान हाईजैक कर लिया गया था। कप्तान सोलंकी ने इस अवसर पर कहा कि डॉ़ सरोजिनी ने अपनी आठ वर्षीय बेटी की मौत के बाद हर लड़की में अपनी बेटी को देखा और मनीषा मंदिर की स्थापना की जहां उन्होंने 800 निराश्रित लड़कियों को शिक्षा मुहैया कराकर उनकी जिंदगियों को बदला।
डॉ़ सरोजिनी एक ऐसी मां हैं जो समूचे समाज के लिए एक आदर्श हैं। इस अवसर पर डॉ़ सरोजिनी ने नीरजा भनोत पैन एम ट्रस्ट के प्रति आभार जताते हुए कहा कि बेटियां इस ब्रह्मांड की बुनियाद हैं। नीरजा भनोत के परिवार के प्रति सहानुभूति जताते हुए उन्होंने कहा कि वह उनका दर्द समझ सकती हैं क्योंकि वह भी अपनी बेटी गवां चुकी हैं।


