नीरव मोदी दावोस में प्रधानमंत्री मोदी के साथ क्या कर रहा था: रणदीप सुरजेवाला
कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि एक व्हिसिलब्लोअर ने भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी द्वारा 11,500 करोड़ रुपये के बैंकिंग धोखाधड़ी को लेकर सरकार को 2016 में सर्तक किया था

नई दिल्ली। कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि एक व्हिसिलब्लोअर ने भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी द्वारा 11,500 करोड़ रुपये के बैंकिंग धोखाधड़ी को लेकर सरकार को 2016 में सर्तक किया था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व वित्त मंत्री अरुण जेटली ने उसकी सूचना को नजरअंदाज किया।
कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि व्हिसिलब्लोअर हरी प्रसाद ने जुलाई 2016 की शुरुआत में प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था और सरकार को स्वतंत्र भारत में '70 साल में सबसे बड़े बैंक लूट घोटाले' के बारे में बताया था।
On 26 July 2016, PM was handed with all papers regarding #NiravModi & one of his relative. It was said that complaint had 42 FIRs. PMO acknowledged the complaint, they also sent registrar of companies to take some action. But in the end the govt couldn't do anything: R.Surjewala pic.twitter.com/cF60hY0QRX
— ANI (@ANI) February 15, 2018
सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, "प्रधानमंत्री ने क्या किया? कुछ नहीं। वित्त मंत्रालय ने क्या किया? कुछ नहीं। वाणिज्यि मंत्रालय ने क्या किया? कुछ नहीं। वित्त मंत्रालय की वित्तीय खुफिया इकाई ने क्या किया? कुछ नहीं।"
How can #NiravModi and Mehul Choksi dupe the entire banking system through forged Letters of Understanding under the nose of Modi govt? Who is responsible for biggest bank loot scam unleashed by chhota Modi?: Randeep Surjewala, Congress pic.twitter.com/ECW6auBk63
— ANI (@ANI) February 15, 2018
उन्होंने कहा, "आप सत्ता में हैं और आपकी नाक के नीचे धोखाधड़ी हो रही है। आप क्या कर रहे थे और आरोपी को कैसे बच निकलने दिया? सच्चाई का सामना कीजिए और सवालों के जवाब दीजिए।"
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यह भी सवाल किया कि जनवरी में दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में भगोड़ा अरबपति कारोबारी उनके साथ क्या कर रहा था।
उन्होंने कहा कि 'छोटा मोदी' (नीरव मोदी) अपने खिलाफ शिकायत के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ प्रतिनिधिमंडल के हिस्से के तौर पर यात्रा कर रहा था।


