कृषि क्षेत्र में बीज से बाजार तक नवाचार की जरूरत : मंत्री
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने सोमवार को कहा कि कृषि क्षेत्र में बीज से लेकर बाजार तक की पूरी श्रंखला में नवाचार की आवश्यकता है

समस्तीपुर (बिहार)। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने सोमवार को कहा कि कृषि क्षेत्र में बीज से लेकर बाजार तक की पूरी श्रंखला में नवाचार की आवश्यकता है, जिससे मौसम की प्रतिकूल परिस्थिति में फसलों की पैदावार में वृद्धि की जा सके। कृषि राज्यमंत्री यहां समस्तीपुर स्थित डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय (पूसा) में सोमवार को मौसम वेधशाला और जल प्रबंधन और उत्कृष्टता केंद्र का उद्घाटन किया।
समस्तीपुर के पूसा स्थित डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय का नाम पहले राजेंद्र कृषि विश्वविद्यालय था जोकि मूल रूप से भारत का इंपीरियल एग्रीकल्चर रिसर्च इंस्टीट्यूट था। इसकी नींव एक अप्रैल 1905 में भारत के तत्कालीन वायसराय लॉर्ड कर्जन ने रखी थी।
सन 1934 में बिहार में आए भयंकर भूकंप में इस संस्थान का भवन गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गया था जिसके कारण इस संस्थान को नई दिल्ली स्थित नये पूसा परिसर में स्थानांतरित कर दिया गया जो वर्तमान में भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान है।
कैलाश चौधरी ने यहां मौसम वेधशाला और जल प्रबंधन और उत्कृष्टता केंद्र के उद्घाटन के मौके पर देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण किसानों को प्रतिकूल मौसमी दशाओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में बीज से लेकर बाजार तक की पूरी श्रंखला में नवाचार की आवश्यकता है ताकि किसान प्रतिकूल परिस्थितियों में भी अधिक पैदावार कर सके।
चौधरी ने कहा कि ग्लोबल वार्मिग आज देश के लिए गंभीर चुनौती है। उन्होंने कहा कि इस चुनौती से निपटने में कृषि वैज्ञानिकों व शोध छात्रों की बड़ी भूमिका हो सकती है।
उन्होंने कहा कि किसानों की खुशहाली ही शिक्षा की सार्थकता का मापदंड है। छात्र कृषि विकास में योगदान देकर देश को समृद्ध बना सकते हैं।
चौधरी ने कहा, "कृषि क्षेत्र के विकास के लिए देशव्यापी प्रयास जारी है। कृषि मंडियां ई-नाम पोर्टल से जुड़ी हैं। नीम कोटेड यूरिया और प्रौद्योगिकी के उपयोग से किसानों की लागत कम की जा सकती है। मृदा स्वास्थ्य कार्ड और फसल बीमा योजना और किसान संपदा योजना जैसी किसानों के लिए शुरू की गई विभिन्न योजनाओं का उद्देश्य कृषि क्षेत्र का विकास करना और खेती को फायदेमंद बनाना है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय किसान आयोग द्वारा सुझाए गए सुधारों के कार्यक्रमों पर अमल किया जा रहा है।
इससे पहले दिल्ली से पटना हवाई अड्डा पहुंचने पर भाजपा किसान मोर्चा और भारतीय किसान संघ के पदाधिकारियों ने कृषि राज्यमंत्री का स्वागत किया।


