बिहार में करीब तीन लाख प्रवासी वापस आए
कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जारी लॉक डाउन के कारण रोजी-रोटी का संकट उत्पन्न होने के बाद देश के विभिन्न हिस्सों से बिहार के करीब तीन लाख लोग अपने राज्य वापस आ गए हैं

पटना। कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जारी लॉक डाउन के कारण रोजी-रोटी का संकट उत्पन्न होने के बाद देश के विभिन्न हिस्सों से बिहार के करीब तीन लाख लोग अपने राज्य वापस आ गए हैं।
सूचना और जनसंपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने यहां कहा कि 03 मई से आज तक 231 ट्रेन से दो लाख 95 हजार 831 प्रवासी बिहार लौट आए हैं । कल तक 195 ट्रेन से दो लाख 46 हजार 160 और आज 36 ट्रेन से 49 हजार 671 प्रवासी बिहार आए हैं। इसके अलावा कुछ लोग बसों और अन्य वाहनों के जरिए भी वापस आए हैं। उन्होंने कहा कि कल 40 ट्रेन से 60 हजार 167 लोग आने वाले हैं।
श्री कुमार ने बताया कि कल जो ट्रेन आने वाली है उसमें गुजरात और महाराष्ट्र से छह छह, कर्नाटक, हरियाणा और पंजाब से चार-चार, दिल्ली से तीन, उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु से दो-दो, चंडीगढ़ और तेलंगाना से एक-एक श्रमिक विशेष ट्रेन आने वाली है । इसके अलावा दिल्ली से दो राजधानी ट्रेन भी बिहार आएगी । उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे कैमूर जिला के कर्मनाशा रेलवे स्टेशन से कटिहार, अररिया और मुजफ्फरपुर के लिए तथा गोपालगंज से भी दो ट्रेन चलेगी ।
सूचना एवं जनसंपर्क सचिव ने कहा कि अभी करीब 267 और ट्रेन का आना तय हुआ है जिसमें चार लाख 27 हजार 200 लोग बिहार आएंगे । उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने पहले ही अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जो लोग बिहार आना चाहते हैं उन्हें सात दिनों के अंदर लाने की व्यवस्था की जाए । सरकार का मानना है बाहर से आने के इच्छुक लोगों को जल्द से जल्द वापस लाया जाए, इसमें जितना ही विलंब होगा संक्रमण फैलने की संभावना उतनी बढ़ेगी ।


