बच्चों को खेल-खेल में रोबोट बनाने का हुनर सिखाएगी एनडीएमसी
एनडीएमसी के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को स्मार्ट क्लासेस के जरिये विश्वस्तरीय शिक्षा उपलब्ध कराने के बाद एनडीएमसी ने इन बच्चों को रोबोटिक्स एंड 3डी प्रिंटिंग का प्रशिक्षण देने का फैसला किया है

नई दिल्ली। एनडीएमसी के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को स्मार्ट क्लासेस के जरिये विश्वस्तरीय शिक्षा उपलब्ध कराने के बाद नई दिल्ली नगरपालिका परिषद् (एनडीएमसी) ने इन बच्चों को रोबोटिक्स एंड 3डी प्रिंटिंग का प्रशिक्षण देने का फैसला किया है।
परिषद् के मुताबिक इस आधुनिक कोर्स के जरिये न सिर्फ बच्चों के बौद्धिक कौशल का विकास किया जा सकेगा बल्कि उनमें कल्पनाओं को साकार करने की योग्यता भी बढ़ाई जा सकेगी।
एनडीएमसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस कोर्स में बच्चों को खेल-खेल में हुनर सिखाया जाएगा। इसमें बच्चे अपनी कल्पनाओं के आधार पर किसी भी चीज का डिज़ाइन बनाना सीखेंगे। फिर उन्हें 3डी प्रिंटर के जरिये मूर्त रूप भी दे सकेंगे। इसमें किसी भी प्रकार की मशीन के मामूली पेंच से लेकर चश्मे के फ्रेम और रोबोट तक भी बनाए जा सकेंगे। साथ ही किसी भवन का मॉडल भी तैयार किया जा सकेगा। यह एक रोजगारपरक कोर्स है।
फ़िलहाल इसका प्रशिक्षण कक्षा 6 से 12 तक के विद्यार्थियों को दिया जाना है। इसके बाद कक्षा तीन से पांच तक में पढ़ने वाले छोटे बच्चों को भी इस कोर्स का प्रशिक्षण दिया जाएगा। वहीं, प्रशिक्षण देने के लिए निजी क्षेत्र को आमंत्रित किया जाएगा।
गौरतलब है कि रोबोटिक्स एंड 3डी डिज़ाइन प्रिंटिंग कोर्स का प्रारूप एनडीएमसी के सूचना तकनीक विभाग और शिक्षा विभाग ने संयुक्त रूप से तैयार किया है।
गौरतलब है कि करीब दो साल पहले नई दिल्ली नगरपालिका परिषद् (एनडीएमसी) के अध्यक्ष का पदभार संभालने के बाद नरेश कुमार ने कहा था कि परिषद् की स्कूली शिक्षा को अंतर्राष्ट्रीय स्तर के अनुरूप बनाना मेरी पहली प्राथमिकता होगी। हालांकि एनडीएमसी स्कूलों में कक्षा 6 से कक्षा 12 के 444 कक्षों को स्मार्ट क्लास रूम में तब्दील किया जा चुका है। वहीं, कक्षा एक से कक्षा पांच तक के 333 पाठ्य कक्षों को उन्नत बनाने की कवायद भी शुरू कर दी गई है। लेकिन रोबोटिक्स एंड 3डी डिज़ाइन प्रिंटिंग कोर्स की शुरुआत ने परिषद् की स्कूली शिक्षा को वैश्विक स्तर पर लाकर खड़ा कर दिया है।


