राजग को झटका, तेदेपा ने केेंद्र से दोनों मंत्री हटाए
प्रधानमंत्री मोदी व चंद्रबाबू नायडू के बीच सुलह की कोशिश रही बेनतीजा

नई दिल्ली। विशेष दर्जे की मांग पर अड़े आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्र बाबू नायडू से प्रधानमंत्री मोदी की बात करने का भी कोई नतीजा नहीं निकला। टीडीपी ने एनडीए से लगभग पूरी तरह से दूरी बना ली है। आज शाम टीडीपी के दोनों मंत्रियों ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात कर इस्तीफा दे दिया। इससे पहले कयास लगाए जा रहे थे कि चंद्रबाबू नायडू से प्रधानमंत्री मोदी की बातचीत के बाद कोई बीच का रास्ता निकल सकता है।
एनडीए से अलग होने पर अड़े आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार शाम को बात की थी। इस बातचीत के बाद एनडीए सरकार में टीडीपी के कोटे से बने दोनों मंत्री अशोक गजपति राजू और वाई एस चौधरी शाम 6 बजे प्रधानमंत्री से मुलाकात करने 7 लोक कल्याण मार्ग पहुंचे थे। लेकिन मुलाकात के कुछ ही मिनटों बाद दोनों मंत्रियों के इस्तीफे की खबर आ गई। इधर प्रधानमंत्री मोदी से बात के फौरन बाद चंद्रबाबू नायडू ने एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है।
माना जा रहा कि 2019 से ठीक पहले अगर एनडीए में बिखराव हुआ तो इससे न सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी की साख पर बट्टा लगेगा, बल्कि चुनाव में भी इसका असर देखने को मिल सकता है। इससे पहले राज्य सरकार में भाजपा के मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है, तो वहीं आज ही केंद्र सरकार से टीडीपी कोटे के दोनों मंत्रियों ने इस्तीफा दिया है। दोनों पार्टियों के बीच में बढ़ रही राजनीतिक तल्खी के बीच भी एक अलग बात देखने को मिली। जिस दौरान भाजपा कोटे के मंत्री आंध्र प्रदेश सरकार से इस्तीफा देने पहुंचे तो वहां मौजूद टीडीपी मंत्रियों से गले मिले और उसके बाद अपना इस्तीफा सौंपा। भाजपा कोटे के ये दो मंत्री कामिनेनी श्रीनिवास, माणिक्याला राव हैं। दोनों मंत्रियों के इस्तीफा देने के बाद मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने इस बात की जानकारी आंध्रप्रदेश विधानसभा में भी दी।
उन्होंने कहा कि भाजपा कोटे के मंत्रियों ने राज्य सरकार से इस्तीफा दे दिया है। इन दोनों मंत्रियों ने अपने विभाग में काफी अच्छा काम किया था। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और टीडीपी के शीर्ष नेता चंद्रबाबू नायडू ने बुधवार देर रात प्रेस कॉन्फ्रेंंस कर कहा था कि उनके राज्य के साथ अन्याय हुआ है।


