एनसीएससी ने पटना पुलिस को एडीएम के बेटे की हत्या पर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया
राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) ने पटना के जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को सहरसा के अतिरिक्त जिलाधिकारी के बेटे की हत्या की जांच रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है

पटना। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) ने पटना के जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को सहरसा के अतिरिक्त जिलाधिकारी के बेटे की हत्या की जांच रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। सहरसा के अपर जिलाधिकारी पुरुषोत्तम पासवान का पुत्र दीपक पुरुषोत्तम 13 जुलाई को पटना से लापता हो गया था। उसका शव दीघा मोहल्ले के पास गंगा नदी के किनारे से बरामद किया गया था।
शव मिलने के बाद उसके पिता ने दीघा थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है।
दीपक पुरुषोत्तम पटना के नागेश्वर कॉलोनी में अपने परिवार के साथ रह रहे थे। उसके पिता ने दीपक की हत्या की एसआईटी जांच के लिए एनसीएससी को पत्र लिखा है। उन्होंने आयोग से अपने परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करने का भी अनुरोध किया है।
पुरुषोत्तम पासवान ने आरोप लगाया कि पटना पुलिस ने आरोपियों की पहचान कर ली है, लेकिन उन्हें गिरफ्तार नहीं किया है।
पासवान ने कहा, "हमें नागेश्वर कॉलोनी के कुछ स्थानीय अपराधियों पर मेरे बेटे की हत्या में शामिल होने का संदेह है। मैंने आरोपियों के बारे में भी जानकारी दी है, लेकिन पटना पुलिस ने उन्हें अभी तक गिरफ्तार नहीं किया है। आरोपियों ने मेरे बेटे को मार डाला और शव को गंगा किनारे दीघा घाट के पास फेंक दिया।"
पटना पुलिस ने मामले की जांच के लिए डीएसपी रैंक के एक अधिकारी को तैनात किया है। दीघा थाने के पुलिस अधिकारियों ने संदिग्धों से पूछताछ की है।
एनसीएससी ने पटना जिला प्रशासन से सात दिन में रिपोर्ट तलब किया है।


