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झारखंड के कोल्हान में 30 किमी के दायरे में नक्सलियों ने शाम छह से सुबह छह बजे तक लगा दिया है कर्फ्यू

झारखंड के कोल्हान प्रमंडल में लगभग 30 किलोमीटर के इलाके में नक्सलियों ने शाम छह बजे से सुबह छह बजे तक 'कर्फ्यू' लागू कर दिया है।

झारखंड के कोल्हान में 30 किमी के दायरे में नक्सलियों ने शाम छह से सुबह छह बजे तक लगा दिया है कर्फ्यू
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रांची, 18 जनवरी: झारखंड के कोल्हान प्रमंडल में लगभग 30 किलोमीटर के इलाके में नक्सलियों ने शाम छह बजे से सुबह छह बजे तक 'कर्फ्यू' लागू कर दिया है। उन्होंने ग्रामीणों को हिदायत दी है कि वे इस दौरान घरों से बाहर न निकलें। उन्होंने गांव-गांव में पर्चे भेजकर इसकी सूचना दी है। इसमें बताया गया है कि पूरे इलाके में आईईडी बम बिछाए गए हैं। घर से निकलने पर बम की चपेट में आने से उनकी जान जा सकती है।

नक्सलियों के इस फरमान की वजह से चाईबासा के गोइलकेरा, टोंटो, बरकेला, अराहासा, बारालगिया, भरनिया, पोरोंगिर, कुइरा आदि इलाकों में शाम होते ही सन्नाटा पसर जा रहा है। यहां तक कि अंधेरा घिरने के बाद सड़कों पर यात्री वाहनों तक का परिचालन पूरी तरह थम जा रहा है। बाजार और दुकानें भी शाम होने के पहले बंद होने लगे हैं।

बता दें कि ये वो इलाका है, जहां पुलिस और सुरक्षा बलों के जवान नक्सलियों की घेराबंदी के लिए इन दिनों बड़ा ऑपरेशन चला रहे हैं। इस दौरान बीते हफ्ते नक्सलियों द्वारा जमीन के नीचे बिछाई गई बारूदी सुरंगों के विस्फोट की दो घटनाओं में नौ जवान घायल हुए थे। इसके पहले दिसंबर में भी नक्सलियों के बारूदी विस्फोट में दो जवान जख्मी हुए थे। बीते महीने जंगल में लकड़ी लाने गए एक ग्रामीण की बारूदी सुरंग की चपेट में आने से मौत हो गई थी। दरअसल, माओवादी नक्सलियों के टारगेट पर पुलिस और सुरक्षा बल हैं, जिन्हें वे किसी भी कीमत पर अपने प्रभाव क्षेत्र वाले इलाके में घुसने से रोकना चाहते हैं।

झारखंड में पलामू-गढ़वा-लातेहार जिले की सीमाओं पर स्थित बूढ़ापहाड़ नक्सलियों का सबसे बड़ा अभेद्य गढ़ रहा है। करीब तीन महीने पहले सुरक्षा बलों और पुलिस की ओर से चलाए गए ऑपरेशन ऑक्टोपस के बाद इस इलाके को नक्सलियों से मुक्त करा लिया गया है, लेकिन इसके बाद कोल्हान प्रमंडल के ट्राइजंक्शन इलाके में कई बड़े नक्सली लीडर्स ने पनाह ले रखी है। पुलिस के अनुसार एक करोड़ के इनामी नक्सली मिसिर बेसरा, मोछू, अनमोल, राजेश मुंडा सहित कई नक्सलियों को इस इलाके में घेर लिया गया है। पिछले तीन महीनों में चार से पांच बार पुलिस और नक्सलियों के बीच आमने-सामने की मुठभेड़ भी हुई है। पुलिस का दावा है कि नक्सलियों के खिलाफ इस बार चलाया जा रहा निर्णायक ऑपरेशन उनके खात्मे के बाद ही थमेगा। ऑपरेशन को अंजाम तक पहुंचाने के लिए फिलहाल कोल्हान इलाके के सोइत्बा, रेंगराहातू और ट्राइजंक्शन के पदमपुर, चितपिल, लुदीबेड़ा, जमरो और कुरुंगा में सुरक्षा बलों ने कैंप बनाया है।


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