Top
Begin typing your search above and press return to search.

त्रिपुरा सरकार ने एंजेल चकमा के परिवार को 5 लाख रुपये के मुआवजे का किया ऐलान

त्रिपुरा सरकार ने नस्लीय हिंसा के शिकार एंजेल चकमा के परिवार को एकमुश्त पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता की मंगलवार को घोषणा की और कहा कि परिवार को न्याय दिलाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे

त्रिपुरा सरकार ने एंजेल चकमा के परिवार को 5 लाख रुपये के मुआवजे का किया ऐलान
X

त्रिपुरा सरकार ने एंजेल चकमा के परिवार को पांच लाख रुपये देने की घोषणा की

अगरतला। त्रिपुरा सरकार ने नस्लीय हिंसा के शिकार एंजेल चकमा के परिवार को एकमुश्त पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता की मंगलवार को घोषणा की और कहा कि परिवार को न्याय दिलाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।

इस बीच उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कल शाम एंजेल के पिता बीएसएफ जवान तरुण चकमा से फोन पर बात की और घटना पर अपना दुख और पीड़ा साझा की। उन्होंने आश्वासन दिया कि मुख्य आरोपी यज्ञ अवस्थी को पकड़ने के लिए पुलिस टीम नेपाल भेजी गई है और उसकी गिरफ्तारी पर इनाम की घोषणा की गई है।

त्रिपुरा सरकार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सहयोगी टिपरा मोथा के संस्थापक प्रद्योत किशोर देबबर्मन ने एंजेल की हत्या में शामिल भगोड़े संदिग्ध को पकड़वाने में मदद करने वाले सूचना देने वालों को 10 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की। देबबर्मन ने जांच में धीमी प्रगति पर अपनी नाराजगी जताई है। उत्तराखंड सरकार द्वारा भगोड़े की गिरफ्तारी के लिए 25,000 रुपये के इनाम की खबरों पर देबबर्मन ने जांच की गंभीरता पर सवाल उठाया। उन्होंने पूछा, "क्या एंजेल की जान की कीमत यही है?" उन्होंने अधिकारियों से आदिवासी समुदायों के खिलाफ अपराधों को कमतर आंकने से बचने की अपील की।

रिपोर्ट के अनुसार, उत्तराखंड पुलिस ने इस मामले में पहले ही पांच संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री डॉ. माणिक साहा और पूर्व मुख्यमंत्री तथा लोकसभा सांसद बिप्लब कुमार देब ने भी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से बात की है।

गौातलब है कि 24 वर्षीय एमबीए छात्र एंजेल और उनके छोटे भाई माइकल पर गत 09 दिसंबर को उत्तराखंड में देहरादून के सेलाकुई इलाके में कुछ लोगों ने बेरहमी से हमला किया था। हमले में गंभीर रूप से घायल एंजेल की उपचार के दौरान 26 दिसंबर को मौत हो गई, जबकि माइकल का इलाज अच्छा चल रहा है और वे ठीक हो रहे हैं।

त्रिपुरा में छात्र संगठनों ने एंजेल और उनके भाई पर हुए नस्लीय हमले के खिलाफ प्रदर्शन जारी रखा है, जबकि उत्तराखंड पुलिस ने हमले में नस्लीय मकसद होने से इनकार किया है।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it