Top
Begin typing your search above and press return to search.

'मन की बात' 127वां एपिसोड : मोदी ने दो ऐसे कैफे का जिक्र किया, जहां प्लास्टिक कचरा देने पर मिलता है खाना

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आकाशवाणी पर 'मन की बात' कार्यक्रम के 127वें एपिसोड में बातचीत की। मन की बात में पीएम मोदी ने स्वच्छता को लेकर बात की

मन की बात 127वां एपिसोड : मोदी ने दो ऐसे कैफे का जिक्र किया, जहां प्लास्टिक कचरा देने पर मिलता है खाना
X

'मन की बात' में पीएम मोदी ने गार्बेज कैफे का किया जिक्र, जहां प्लास्टिक कचरा ले जाने पर मिलता है खाना

नई दिल्ली। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आकाशवाणी पर 'मन की बात' कार्यक्रम के 127वें एपिसोड में बातचीत की। मन की बात में पीएम मोदी ने स्वच्छता को लेकर बात की।

पीएम मोदी ने अंबिकापुर और बेंगलुरु में चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान के बारे में बताया। पीएम मोदी ने जिन दो किस्सों का जिक्र किया, वह बेहद प्रेरणादायक हैं।

पीएम मोदी ने 'मन की बात' कार्यक्रम के 127वें एपिसोड में कहा, "साथियों, स्वच्छता और स्वच्छता के प्रयास पर भी मुझे ढेर सारे संदेश मिले हैं। मैं आपसे देश के अलग-अलग शहरों की ऐसी गाथाएं साझा करना चाहता हूं जो बहुत प्रेरणादायक हैं।"

पीएम मोदी ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में शहर से प्लास्टिक कचरा साफ करने के लिए एक अनोखी पहल की गई। अम्बिकापुर में गार्बेज कैफे चलाए जा रहे हैं। ये ऐसे कैफे हैं, जहां प्लास्टिक कचरा लेकर जाने पर भरपेट खाना खिलाया जाता है। अगर कोई शख्स एक किलो प्लास्टिक लेकर जाए तो उसे दोपहर या रात का खाना मिलता है, और कोई आधा किलो प्लास्टिक ले जाता है तो नाश्ता मिलता है। ये कैफे अंबिकापुर म्युनिसिपल कॉरपोरेशन चलाता है।

वहीं पीएम मोदी ने बेंगलुरु में झीलों को साफ करने के लिए चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान के बारे में बताया, जिसे कपिल शर्मा चला रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा, "साथियों, इसी तरह का कमाल बेंगलुरु के इंजीनियर कपिल शर्मा ने किया है। बेंगलुरु झीलों का शहर है, और कपिल यहां झीलों को नया जीवन दे रहे हैं। कपिल की टीम ने बेंगलुरु और आसपास के इलाकों में 40 कुओं और 6 झीलों को फिर से जिंदा कर दिया है।"

उन्होंने आगे कहा, "खास बात तो ये है कि उन्होंने अपने मिशन में कॉरपोरेट्स और स्थानीय लोगों को भी जोड़ा है। उनकी संस्था पेड़ लगाने के अभियान से भी जुड़ी है। साथियों, अम्बिकापुर और बेंगलुरु, ये प्रेरक उदाहरण बताते हैं कि जब ठान लिया जाए तो बदलाव भी आकर ही रहता है।"

इसके अलावा पीएम मोदी ने संस्कृति भाषा में वीडियो बनाने वाले सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर्स का भी जिक्र किया। इन युवाओं के काम की पीएम मोदी ने सराहना की।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it