देशभर में एसआईआर की तारीखों का आज होगा ऐलान, चुनाव आयोग ने बुलाई प्रेस कॉन्फ्रेंस, अगले हफ्ते से शुरू होने की संभावना
चुनाव आयोग की तरफ से पूरे देश में एसआईआर कराने की कवायद तेज़ हो गई है। इसी क्रम में आज चुनाव आयोग शाम सवा 4 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा। इस दौरान स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन यानी एसआईआर की तारीखों का ऐलान किया जाएगा

एसआईआर पर चुनाव आयोग ने बुलाई प्रेस कॉन्फ्रेंस, होगा बड़ा ऐलान ?
- शाम सवा 4 बजे होगी प्रेस कॉन्फ्रेंस
- मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार, चुनाव आयुक्त सुखबीर सिंह संधू और विवेक जोशी रहेंगे मौजूद
- एसआईआर की तारीखों का हो सकता है ऐलान
नई दिल्ली। देशभर में मतदाता सूची में विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है। मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में चल रही है। इस बीच चुनाव आयोग ने बड़ा फैसला किया है। चुनाव आयोग पूरे देश में एसआईआर लागू करना चाहता है। जिसको लेकर आज प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है। चुनाव आयोग की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस एसआईआर की तारीखों का ऐलान कर दिया जाएगा। पहले फेज में उन राज्यों में एसआईआर कराया जाएगा। जहां 2026 में चुनाव होने है।
चुनाव आयोग की तरफ से पूरे देश में एसआईआर कराने की कवायद तेज़ हो गई है। इसी क्रम में आज चुनाव आयोग शाम सवा 4 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा। इस दौरान स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन यानी एसआईआर की तारीखों का ऐलान किया जाएगा। जहां इस दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार, चुनाव आयुक्त सुखबीर सिंह संधू और विवेक जोशी मौजूद रहेंगे।
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार मीडिया को संबोधित करते हुए एसआईआर की तारीखों की घोषणा करेंगे। बताया जा रहा है कि देश में दो चरणों में एसआईआर करवाया जाएगा। अगले हफ्ते से इस प्रक्रिया के शुरू होने की संभावना है। एसआईआर के पहले चरण में 10 राज्यों को शामिल किया गया है। जिनमें असम, केरल, तमिलनाडु, पुडुचेरी और पश्चिम बंगाल भी हैं क्योंकि इनमें अगले साल 2026 में विधानसभा चुनाव होने हैं।
चुनाव आयोग चाहता है कि चुनाव से पहले इन राज्यों में एसआईआर की प्रक्रिया पूरी कर ली जाए ताकि जिस तरह बिहार में इस प्रक्रिया की टाइमिंग को लेकर सवाल उठे वैसा बाकि राज्यों में न हो। एसआईआर के तहत वोटर लिस्ट को अपडेट किया जाएगा। जो जीवित नहीं है। उन वोटरों के नाम वोटर लिस्ट से हटाए जाएंगे। रजिस्ट्रेशन कराकर नए वोटरों के नाम जोड़े जायेंगे। साथ ही डुप्लीकेट वोटर्स की पहचान करके उनके नाम भी हटाए जाएंगे लेकिन विपक्ष इस प्रक्रिया का विरोध कर रहा है।
विपक्ष का कहना है कि इसके ज़रिए जनता के वोट काटे जा रहे है। उसके मताधिकार से वंचित किया जा रहा है। बिहार में भी एसआईआर कराया गया जिसको लेकर काफी बवाल देखने को मिला और अब ये प्रक्रिया बाकि राज्यों में कराने की तैयारी है। ऐसे में चुनाव आयोग अपनी इस कोशिश में सफल हो पाता है या नहीं ये देखना होगा लेकिन इस वक्त सबकी निगाहें चुनाव आयोग की प्रेस कांफ्रेंस पर टिकीं हुई है।


