राष्ट्रीय परिधान मेला कल से
देश भर में जीएसटी के खिलाफ कपड़ा उद्योग की हडताल के बीच कल से यहां गुजरात गारमेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन का 27 वां राष्ट्रीय गारमेंट मेला पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुरूप आयोजित किया जाएगा

अहमदाबाद। गुजरात समेत देश भर में जीएसटी के खिलाफ कपडा उद्योग की हडताल के बीच कल से यहां गुजरात गारमेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन का 27 वां राष्ट्रीय गारमेंट (परिधान) मेला पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुरूप आयोजित किया जाएगा।
एसोसिएशन के सचिव दिलीप बेलानी ने आज यूनीवार्ता को बताया कि 15 जुलाई तक आयोजित इस मेले में देश भर के 200 से अधिक वस्त्र प्रदर्शक तथा 500 से अधिक ब्रांड के पोशाक प्रदर्शित किये जाएंगे।
इसे गुजरात विश्वविद्यालय के प्रदर्शनी कक्ष में आयोजित किया जाएगा।
श्री बेलानी ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि जीएसटी को लेकर भले ही कपड़ा व्यापारी प्रदर्शन कर रहे हों पर परिधान उद्योग को इससे अधिक शिकायत नहीं है।
एक हजार से कम के पोशाक की खरीद पर हमें न्यूनतम 5 प्रतिशत के कर दायरे में रखा गया है और 80 प्रतिशत लोग ऐसी ही खरीदी करते हैं।
जॉब वर्क पर 12 प्रतिशत कर को भी कम करने को लेकर सरकार के साथ हमारी सकारात्मक बातचीत हो रही है।
कपड़ा उद्योग को चाहिए था कि वे कपडे के साथ ही साथ परिधान यानी गारमेंट से भी पूरी तरह कर हटाने की मांग उठाते।
उन्होंने बताया कि यह मेला हर साल जुलाई में आयोजित किया जाता है तथा इसके लिए सभी तैयारियां महीनों पहले पूरी कर ली गयी थीं।
इसे टालने के लिए उन पर किसी तरह का कोई दबाव भी नहीं था।
एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि वह कपडा उद्योग के हडताल को नैतिक समर्थन तो देते हैं पर अगर कपडे पर से जीएसटी हटा कर केवल यार्न पर डाल दिया गया तो इसका नुकसान गारमेंट उद्योग को ही होगा।
कपडा उद्योग को फलने फूलने के लिए परिधान उद्योग का बेहतर प्रदर्शन करना जरूरी है। नोटबंदी और फिर जीएसटी को लेकर इसमें भी पहले से ही मंदी है।


