नई शिक्षा नीति की परिवर्तनकारी भूमिका पर राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित
सम्मेलन में अतिथियों ने नई शिक्षा नीति की विशेषता पर विस्तार से हुई चर्चा

ग्रेटर नोएडा। केसीसी इंस्टीट्यूट ऑफ लीगल एंड हायर एजुकेशन ने दो दिन का आईसीएसएसआर प्रायोजित नई शिक्षा नीति की परिवर्तनकारी भूमिका नेशनल सेमिनार आयोजित किया गया। सम्मेलन की अध्यक्षता मुख्य अतिथि डॉ. अनिर्बन गांगुली, डायरेक्टर, एसपीएमआरएफ, नेशनल थिंकटैंक-भाजपा के साथ-साथ तीन प्रमुख वक्ताओं डॉ. रंजना अरोरा, प्रोफेसर, नैशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग, डॉ. लोकेश जिंदल, एसोसियेट प्रॉफेसर, जे.एन.यू, और डॉ. दुर्गेश त्रिपाठी, प्रोफेसर, जीजीएसआईपीयू ने की।
इस अवसर पर डॉ. अनिर्बन गांगुली शिक्षा का महत्व समझाते हुए नई शिक्षा नीति को अपना सहियोग दिया और आने वाले समय में शिक्षा को अलग नजरिये से देखने के लिये सभी को प्रोत्साहित किया।

सेमिनार को आगे बढ़ाते हुए डॉ. रंजना अरोरा ने पब्लिक और प्राईवेट स्कूलों के अंतर को बताया तथा उनके शिक्षित करने के तरीकों के बारे में जागरूक किया और कैसे आने वाले समय में शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव आयेंगे उसके बारे में अपनी राय प्रकट की।
डॉ. लोकेश जिंदल ने उच्च शिक्षा संस्थानों के बारे में बोलते हुए उन्हें बहु-विषयक होने का लक्ष्य रखने का सुझाव दिया तथा शिखा के तरकघ््कघ्ी और विकास के बारे में अपनी राय रखी। डॉ. दुर्गेश त्रिपाठी ने शिक्षा क्षेत्र में अनुसंधान और इसके महत्व का दायरा बताते हुए कहा की शोध का सबसे ज्यादा महत्व शिक्षा के क्षेत्र में है।
सेमिनार को सफल बनाने के लिए सभी प्रतिभागियों ने अपने अनुभव और ज्ञान को सभी कि साथ साझा किया। संस्था के चेयरमैन दीपक गुप्ता ने सेमिनार के महत्व को बताया और सभी को इससे सफलतापूर्वक करवाने कि लिए बधाई दी तथा आगे ऐसे सेमिनार करवाने के लिए प्रोत्साहित किया।
डायरेक्टर प्रो. (डॉ.) भावना अग्रवाल ने कहा कि संस्थान ऐसे सेमिनार का आयोजन करने में समर्थ है और अध्यापकों वह छात्रों के आत्मविश्वास को बढ़ाता है।


