नर्मदा संरक्षण के नाम पर रोंपे गए पौधे तो दिखाई नही दिए: कमलनाथ
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस सांसद कमलनाथ ने आज मध्यप्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने हेलीकॉप्टर से नर्मदा नदी के ऊपर से गुजरने के दौरान प्रदेश सरकार द्वारा नर्मदा संरक्षण के नाम

नरसिंहपुर। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस सांसद कमलनाथ ने आज मध्यप्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने हेलीकॉप्टर से नर्मदा नदी के ऊपर से गुजरने के दौरान प्रदेश सरकार द्वारा नर्मदा संरक्षण के नाम पर लगाए गए छह करोड़ पौधे देखने की कोशिश की, लेकिन उन्हें कहीं पौधे नजर नहीं आए।
कमलनाथ आज नरसिंहपुर जिले के बरमान घाट पर पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव की नर्मदा परिक्रमा यात्रा के समापन समारोह में शामिल होने के लिए यहां आए थे।
इसी समारोह में उन्होंने यह बात कही।
हेलीकाॅप्टर से बरमान घाट पहुंचने के बाद अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि यहां आते समय उन्होंने नर्मदा नदी के ऊपर से उन छह करोड़ पौधों को देखने का प्रयास किया, जो नर्मदा सरंक्षण के नाम से रोंपने का दावा किया गया था, मगर उन्हें कहीं भी वे पौधे नजर नहीं आए।
कमलनाथ ने सिंह को अपना बड़ा भाई बताते हुए कहा कि संगठन को मजबूत करने के लिए उनकी संगठन में जरूरत है। उनके मार्ग निर्देशन से कांग्रेस पार्टी मजबूत होगी।
राज्य सरकार द्वारा पांच संतों को राज्यमंत्री दिए जाने के मुद्दे पर उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि ऐसे लोग मां नर्मदा का भला नहीं करने वाले हैं।
इसके पहले आज इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कांग्रेस के कई नेता यहां पहुंचे। इस धार्मिक आयोजन में हिस्सा लेने वालों में कांग्रेस नेता सुरेश पचौरी, सांसद कांतिलाल भूरिया, पार्टी के प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया, पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अरूण यादव और अभिनेता आशुतोष राणा प्रमुख थे।
सुबह कई संतों की मौजूदगी में मंत्रोच्चारण के बीच श्री सिंह और उनकी पत्नी अमृता राय ने नर्मदा पूजन सम्पन्न किया।
इस आयोजन के बाद सिंह नर्मदा यात्रा के अंत में होने वाली क्षमा याचना प्रक्रिया को पूरी करते हुए आज भी करीब तीन किलोमीटर की पैदल यात्रा करेंगे, जिसके बाद वे यात्रा कलश का जल खंडवा जिले स्थित ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग पर अर्पित करने के लिए सड़क मार्ग से हरदा के रास्ते ओंकारेश्वर के लिए रवाना होंगे।


