युवाओं की भागीदारी बढ़ाने से समाज में समृद्धि और समानता संभव: नायडु
उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडु ने आज कहा कि युवाओं को उन्नति के अवसर उपलब्ध कराने और उनकी भागीदारी बढ़ाने से समाज के सभी वर्गो में समानता, समृद्धि और प्रतिष्ठा लायी जा सकती है
नयी दिल्ली। उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडु ने आज कहा कि युवाओं को उन्नति के अवसर उपलब्ध कराने और उनकी भागीदारी बढ़ाने से समाज के सभी वर्गो में समानता, समृद्धि और प्रतिष्ठा लायी जा सकती है, नायडु ने यहां ‘राष्ट्रीय अनुसूचित एवं जनजाति केंद्र संगम’ का उद्घाटन करते हुए कहा कि सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाते हुए युवाओं को उद्यमी बनने की ओर अग्रसर होना चाहिए, इससे वे न केवल अपने लिए रोजगार पैदा करेंगे बल्कि अन्य लोगों की भी मदद कर सकेंगे।
उन्होेंने कहा कि समाज का भविष्य युवाओं पर निर्भर होता है। इसलिए उन्हें आगे बढ़ने के अवसर उपलब्ध कराए जाने चाहिए। युवाओं के आगे आने से समाज में समानता की स्थापना की जा सकती है और समृद्धि लायी जा सकती है। इससे इससे समाज के सभी वर्गों में प्रतिष्ठा भी सुनिश्चित होगी। इस अवसर पर केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावर सिंह गहलाेत, जनजातीय मामलों के मंत्री जुएल अाेराम ,सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योेग मंत्री गिरिराज सिंह तथा वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ला मौजूद थे। कार्यक्रम में सभी केंद्रीय मंत्रियों ने अपने अपने मंत्रालयों द्वारा लक्षित युवाओं और कारोबारियों के लिए चलाई जा रही योजनाओं और कार्यक्रम की जानकारी दी।
कार्यक्रम का अायोजन सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम मंत्रालय ने किया था। कार्यक्रम में विभिन्न उद्योग संगठनों, व्यापार संगठनों, विशेषज्ञों और अन्य पक्षधारकों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम के दौरान उद्योग संगठनों और नए उद्यमों के लिए विभिन्न मंत्रालयों ने प्रस्तुतियां दी। इसमें अनुसूचित जाति और जनजाति से संबंधित उद्यमियों के लिए कारोबार के लिए माहौल बनाने पर जोर दिया गया।
राष्ट्रीय अनुसूचित एवं जनजाति केंद्र का उद्देश्य समाज के पिछड़े वर्गों के लोगों , विशेषकर युवाओं को उद्यमी बनने के लिए प्रेरित करना तथा उन्हें अनुकूल माहौल उपलब्ध कराना है। इससे उन्हें एक स्थान पर उद्यम स्थापित करने के लिए सलाह, प्रशिक्षण, पूंजी, बाजार तथा अन्य मदद उपलब्ध कराई जाती है।


