नायडू सात दिवसीय अफ्रीकी दौरे पर रवाना
21 वर्षों में भारत के किसी बड़े नेता की यह पहली जिम्बाब्वे यात्रा होगी, इससे पहले 1996 में पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौडा जिम्बाब्वे की यात्रा पर गये थे

नयी दिल्ली। उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू तीन अफ्रीकी देशों जिम्बाब्वे, बोत्सवाना और मलावी की सात दिन की यात्रा पर आज रवाना हो गये।
विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार नायडू छह नवम्बर तक तीन अफ्रीकी देशों की यात्रा पर रहेंगे। वह आज से दो नवम्बर तक बोत्सवाना, दो से चार नवम्बर तक जिम्बाब्वे और चार से पांच नवम्बर तक मलावी की यात्रा पर रहेंगे। उप राष्ट्रपति के साथ एक उच्च स्तरीय शिष्टमंडल भी गया है जिसमें केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर तथा चार सांसद शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि इससे पता चलता है कि भारत अफ्रीकी देशों के साथ संबंधों को उच्च प्राथमिकता देता है।
अधिकारियों के अनुसार मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री अफ्रीकी देशों की 26 यात्राएं कर चुके हैं। अफ्रीकी देशों के साथ भारत के पुराने और प्रगाढ़ संबंध रहे हैं।
नायडू जिम्बाब्वे में वहां के राष्ट्रपति से मिलेंगे और उप राष्ट्रपति के साथ शिष्टमंडल स्तर की वार्ता करेंगे। बैठक के बाद खनन, संस्कृति तथा कुछ अन्य क्षेत्रों में करारों पर हस्ताक्षर किये जायेंगे। वह भारतीय समुदाय को संबोधित करने के साथ साथ बिजनेस फोरम में भी हिस्सा लेंगे।
नायडू बोत्सवाना यात्रा के दौरान वहां के राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे और उप राष्ट्रपति के साथ शिष्टमंडल की वार्ता करेंगे। वह नेशनल असेम्बली के स्पीकर से भी मिलेंगे। इसके अलावा वह एक ग्लोबल एक्सपो का उद्घाटन करेंगे जिसमें भारत की पांच कंपनी भी हिस्सा ले रही हैं।
उप राष्ट्रपति मलावी के राष्ट्रपति के साथ मुलाकात के बाद वहां के उपराष्ट्रपति के साथ बैठक करेंगे। श्री नायडू वहां भारतीय संस्था द्वारा आयोजित ‘जयपुर फुट’कैंप का भी उद्घाटन करेंगे।


