कोविंद के भाषणों के संकलन का नायडू ने किया लोकार्पण
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के कार्यकाल के दूसरे वर्ष के भाषणों का संकलन ‘लोकतंत्र के स्वर (खंड-2)’ के नाम से प्रकाशित किया गया है

नई दिल्ली । राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के कार्यकाल के दूसरे वर्ष के भाषणों का संकलन ‘लोकतंत्र के स्वर (खंड-2)’ के नाम से प्रकाशित किया गया है जिसका उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने शुक्रवार को विमोचन किया।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के प्रकाशन विभाग रिपीट प्रकाशन विभाग द्वारा प्रकाशित इस पुस्तक का अंग्रेजी संस्करण ‘द रिपब्लिकन एथिक (वॉल्यूम-2)’ के नाम से है। नायडू ने यहाँ प्रवासी भारतीय केंद्र में दोनों पुस्तकों तथा उनके ई-संस्करणों का विमोचन किया। इस पुस्तक में कोविंद के 95 भाषणों को आठ वृहद श्रेणियों के तहत रखा गया है। एक श्रेणी राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी पर भी है जिसे ‘बापू’ नाम दिया गया है। इसमें बापू के प्रति कोविंद के विचारों को पेश किया गया है। शिक्षा, संस्कृति तथा नौकरशाही, संसद में भाषण और भारत नाम से भी पुस्तक में श्रेणियाँ बनायी गयी हैं।
नायडू ने कहा कि राष्ट्रपति के भाषणों के संकलन को प्रकाशित करने का उद्देश्य उनके विचारों को आम लोगों तक पहुँचाना है। उनके भाषणों में देश की विविधता की झलक मिलती है। इनमें श्री कोविंद की स्पष्ट सोच तथा विश्लेषण क्षमता भी परिलक्षित होती है।
श्री कोविंद के कार्यकाल के प्रथम वर्ष के भाषणों का संकलन ‘लोकतंत्र के स्वर (खंड-1)’ नाम से प्रकाशित हुआ था। उसका लोकार्पण भी श्री नायडू ने ही किया था।


