सोनिया गांधी को नड्डा का पत्र अहंकार का संकेत : कांग्रेस
कांग्रेस ने जेपी नड्डा द्वारा पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया को पत्र दिए जाने के तुरंत बाद भाजपा पर 'अहंकारी' होने का आरोप लगाया और कहा कि मुद्दे उठाकर सरकार को सुझाव देना विपक्षी दलों का कर्तव्य है

नई दिल्ली। कांग्रेस ने मंगलवार को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र दिए जाने के तुरंत बाद भाजपा पर 'अहंकारी' होने का आरोप लगाया और कहा कि मुद्दे उठाकर सरकार को सुझाव देना विपक्षी दलों का कर्तव्य है। सोनिया गांधी को लिखे पत्र में नड्डा ने उनकी पार्टी पर हमला करते हुए कहा कि महामारी के खिलाफ लड़ाई में, इसके पूर्व प्रमुख राहुल गांधी सहित कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के आचरण को 'नकल और क्षुद्रता' के लिए याद किया जाएगा।
कांग्रेस महासचिव अजय माकन ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि देश में स्थिति दयनीय है। सोमवार को बिहार के बक्सर जिले में गंगा नदी में लोगों के शव तैरते हुए देखे गए थे।
माकन ने कहा, सरकार इलाज, पर्याप्त टीके और ऑक्सीजन मुहैया कराने में तो विफल रही ही, यहां तक कि सम्मानजनक अंतिम संस्कार करने में भी असमर्थ है। उन्होंने सरकार से अहंकार छोड़ने और लोगों की मदद करने के लिए कहा।
पार्टी ने कहा कि भाजपा को 'राजधर्म' का पालन करना चाहिए। कांग्रेस केवल अपना कर्तव्य निभा रही है और सरकार को महामारी से निपटने में अपनी गलती स्वीकार करनी चाहिए और सभी के लिए मुफ्त टीकाकरण शुरू करना चाहिए। कांग्रेस ने कोविड की स्थिति पर एक सर्वदलीय बैठक की अपनी मांग भी दोहराई।
नड्डा पर हमला करते हुए, कांग्रेस प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने एक ट्वीट में कहा, कांग्रेस को आरोपपत्र लिखने के बजाय, नड्डा को चाहिए कि देश को कोविड-19 की दूसरी लहर के नरक की आग में धकेलने के लिए भाजपा की ओर से माफीनामा लिखें।


