मेरी सोच प्रदेश नहीं राष्ट्र के स्तर पर है: ज्योतिरादित्य सिंधिया
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज स्पष्ट किया कि चेहरा सामने रखकर चुनाव लड़ने का उनका बयान मध्यप्रदेश नहीं बल्कि देश के संदर्भ में था

भोपाल। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज स्पष्ट किया कि चेहरा सामने रखकर चुनाव लड़ने का उनका बयान मध्यप्रदेश नहीं बल्कि देश के संदर्भ में था।
सिंधिया ने कांग्रेस महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया की उपस्थिति में यहां प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा के दौरान यह स्पष्टीकरण दिया। पिछले दिनों प्रदेश के कोलारस और मुंगावली में विधानसभा उपचुनाव के दौरान श्री सिंधिया ने चेहरा घोषित करने के पक्ष में बयान दिया था, जबकि श्री बावरिया ने कहा था कि चेहरा सामने रखकर चुनाव में नहीं उतरेंगे।
सिंधिया ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि हर राज्य की स्थिति अलग-अलग होती है। उनकी सोच प्रदेश नहीं राष्ट्र के स्तर पर है। कांग्रेस में निर्णय हाईकमान और महासचिव लेंगे।
उन्हें जो जिम्मेदारी दी जाएगी, उसे निभाएंगे।
उन्होंने दावा किया कि मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में अगले चुनाव में बदलाव दिखेगा। दूसरे दलों से गठबंधन में बारे में उन्होंने कहा कि एक विचारधारा के लोगों को एक साथ आना चाहिए।
कांग्रेस सांसद ने कहा कि प्रदेश में सभी नेता एकजुट है। यह आने वाले दिनों के लिए संकेत है, जिसका आगाज कोलारस और मुंगावली के विधानसभा उपचुनाव से हो गया है।
आगामी विधानसभा चुनाव में प्रदेश से भाजपा की विदाई तय है।
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव में टिकट आवंटन के संबंध में उन्होंने कहा कि प्रत्याशी के जीतने का आधार ही एक योग्यता होना चाहिए। कांग्रेस विधानसभा चुनाव के पहले प्रदेश के लिए पांच साल का विजन डाक्यूमेंट पेश करेगी। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर और पूर्व मंत्री सरताज सिंह के सरकार पर निशाना साधने वाले बयानों के बारे में उन्होंने कहा कि वे पूरे राज्य की व्यथा सुना रहे हैं।
दोनों उपचुनाव का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि वहां मुख्यमंत्री और मंत्री सहित पूरी सरकार तैनात रही फिर भी कांग्रेस ने जीत हासिल की। चुनाव आयोग का आभार प्रकट करते हुए उन्होंने कहा कि आयोग ने मुख्यमंत्री और मंत्रियों को चेताया भी।


