मेरे बयान की गलत व्याख्या की गई : ढिल्लों
पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मानवजीत सिंह ढिल्लों, जिन्होंने गुरुवार को पीएफआई की आरएसएस से तुलना की थी) ने शुक्रवार को कहा कि उनके बयान की गलत व्याख्या की गई

पटना। पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मानवजीत सिंह ढिल्लों, जिन्होंने गुरुवार को पीएफआई की आरएसएस से तुलना की थी) ने शुक्रवार को कहा कि उनके बयान की गलत व्याख्या की गई। ढिल्लों ने कहा, "एक संगठन की दूसरे के साथ तुलना करने का कोई सवाल ही नहीं है। मेरे बयान के अर्थ की गलत व्याख्या की गई जो बिल्कुल गलत है।"
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी का स्पष्टीकरण बिहार पुलिस द्वारा उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करने के एक दिन बाद आया है, जब उन्होंने आरएसएस की तुलना पीएफआई से की थी।
एडीजीपी कानून व्यवस्था जितेंद्र सिंह गंगवार ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर 24 घंटे के भीतर जवाब देने को कहा था।
उन्होंने विशेष रूप से ढिल्लों से यह स्पष्ट करने को कहा था कि उन्होंने आरएसएस की तुलना पीएफआई से क्यों की, जिससे हंगामा हुआ। इस तुलना की भाजपा नेताओं ने कड़ी आलोचना की है।
गुरुवार को पटना में फुलवारीशरीफ इलाके में छापेमारी के बाद राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिसमें पीएफआई के मिशन 2047 सहित कई आपत्तिजनक दस्तावेज भी बरामद किए गए।
इस घटना पर बोलते हुए, ढिल्लों ने शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "अब, मैं फुलवारी शरीफ घटना की गहन जांच पर ध्यान केंद्रित कर रहा हूं। जांच से पता चलता है कि पीएम नरेंद्र मोदी को कोई सीधा खतरा नहीं था।"
इससे पहले आशंका जताई जा रही थी कि गिरफ्तार किए गए लोगों के रडार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थे।
पटना एसएसपी ने कहा कि वे आरएसएस की शाखाओं के समान मार्शल आर्ट और शारीरिक प्रशिक्षण में प्रशिक्षण प्रदान कर रहे थे।
इन आरोपियों से पूछताछ के दौरान पता चला कि भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा समेत कुछ लोग संदिग्ध आतंकी मॉड्यूल के निशाने पर हैं।
पटना पुलिस और एनआईए की संयुक्त टीम ने पटना के मुस्लिम बहुल सब्जी बाग इलाके में एक घर में भी छापेमारी की और कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए।


