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मेरे पिता बहादुर थे, मुझे भी बहादुर बनना है : नियंता पंडिता

कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा अपने पिता की हत्या किए जाने के कुछ दिनों बाद सरपंच अजय पंडिता भारती की बेटी नियंता पंडिता ने कहा

मेरे पिता बहादुर थे, मुझे भी बहादुर बनना है : नियंता पंडिता
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जम्मू । कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा अपने पिता की हत्या किए जाने के कुछ दिनों बाद सरपंच अजय पंडिता भारती की बेटी नियंता पंडिता ने कहा है कि वह अपने बहादुर पिता के नक्शेकदम पर चलेंगी जो अपने देश से प्यार करते थे और एक सच्चे देशभक्त थे।

दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में सरपंच अजय पंडिता भारती को आतंकवादियों ने सोमवार को उनके आवास के पास करीब से गोली मारकर हत्या कर दी थी।

आईएएनएस से बात करते हुए नियंता ने कहा कि वर्तमान में जम्मू में रह रहा परिवार जल्द ही कश्मीर वापस जाएगा।

नियंता ने कहा, "मेरे पिता बहादुर थे और मुझे भी बहादुर बनना है, हम किसी को भी हमारे अधिकारों को छीनने नहीं देंगे।"

उसने कहा कि उसके पिता को गोली मारने वाले आतंकवादी कायर थे। उनके पास उनका सामना करने की हिम्मत नहीं थी, इसलिए पीछे से गोली मार दी।

नियंता ने कहा, "वे उन्हें सीने में गोली मार सकते थे, लेकिन उन्होंने उनके सिर पर पीछे से गोली मारी, यह बस कायरता है।"

उसने कहा कि उसके पिता ने पिछले साल नवंबर में एक सरपंच की हत्या के बाद सरकार से सुरक्षा देने की मांग की थी। उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि वह जानते थे कि वह अकेले नहीं है बल्कि उनका परिवार भी है। उसने कहा कि भले ही सुरक्षा नहीं दी गई थी, लेकिन वह अपने लोगों के लिए बोलने और काम करने के लिए कभी डरकर पीछे नहीं हटे।

नियंता ने कहा कि अगर सुरक्षा दी गई होती तो ऐसा नहीं होता।

उसने कहा कि हम शेरों का परिवार हैं, हम किसी से नहीं डरते लेकिन हर कोई परिवार की सुरक्षा के बारे में चिंतित है।

उसने कहा कि उसके पिता को लोगों के समर्थन से सरपंच चुना गया था और उन्होंने स्थानीय लोगों के आग्रह पर सरपंच चुनाव लड़ा था।

उसने कहा कि उसके पिता किसी पार्टी पर निर्भर नहीं थे। वह अपने देश से प्यार करते थे और लोगों के उत्थान के लिए काम करते थे।



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