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आपसी गुटबंदी के बजाय करें बूथ की किलेबंदी

दिल्ली के नगर निगम चुनाव में प्रचंड बहुमत हासिल करने के बाद अब भाजपा के रणनीतिकार दोहरी व्यूह रचना में जुट गए हैं

आपसी गुटबंदी के बजाय करें बूथ की किलेबंदी
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नई दिल्ली। दिल्ली के नगर निगम चुनाव में प्रचंड बहुमत हासिल करने के बाद अब भाजपा के रणनीतिकार दोहरी व्यूह रचना में जुट गए हैं। उन्हें पता है कि करीबन 600 बूथ पर उनकी पार्टी पिछड़ती है तो वहीं निगम चुनाव में पार्टी के भीतर गुटबंदी, आपसी खींचातानी भी खुलकर सामने आ गई।

जनता के जोश, जुनून से विजय बेशक हासिल हो गई हो लेकिन अधिकांश पार्टी प्रत्याशियों ने अपने ही नेताओं पर टांग खिंचाई, पार्टी विरोधी कार्यकलापों के आरोप जड़े। भाजपा निगम चुनाव को विधानसभा चुनाव में जीत की पहल मानते हुए राज्य में सरकार के गठन के लक्ष्य पर काम कर रही है।

पार्टी के राष्टï्रीय अध्यक्ष अमित शाह इस बात से परिचित हैं कि यहां मंडल, जिला और प्रदेश के नेताओं में जबरदस्त खींचतान है तो दूसरी ओर करीबन दो दशक से विधानसभा की सत्ता से बाहर पार्टी के नेताओं की महात्वाकांक्षाएं भी उछाल मार रही हैं। विजय के बाद किसी को यह गुरूर न हो कि वह अकेला विजेता है इसीलिए दिल्ली के सांसद डा. हर्षवर्धन व दिल्ली के नेता विजय गोयल की मौजूदगी में उन्होने युवा पीढ़ी के नेताओं को याद दिलाया कि आज पार्टी की व्यापक छवि की नींव कभी मदन लाल खुराना, विजय कुमार मल्होत्रा, डा. साहिब सिंह वर्मा, केदारनाथ साहनी ने नींव रखी थी। पार्टी के हवाई नेताओं को भी सब सिखाया कि अब समय है कि वार्ड स्तर पर टीम भाजपा की तर्ज पर काम करें।

संगठन की बारीकियों पर नजर रखने वाले संगठन महामंत्री रामलाल ने भी सीधे कहा कि जिन बूथ पर वोट कम मिले, जहां हारे, अपेक्षित सफलता नहीं मिली वहां भविष्य की रूपरेखा बनाई जाए। ऐसी रणनीति बनाएं कि जीत मिले। शुरूआत दीनदयाल जन्म शताब्दी से हो और मंडल अध्यक्ष, संयोजक, पार्षद 15 दिन बूथ पर काम करें। बूथ स्तर पर सभी परिवारों से संपर्क करें और विस्तारक योजना के बाद सभी बूथों को जीतने की स्थिति में होंगे।

दीन दयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी के अवसर पर वातावरण बनाने के लिए स्टिकर, लोगो से प्रचार प्रसार, स्वीकार्यता बढ़ाने के लिए सभी वाहनों पर लोगो लगाने का मंत्र देने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से साफ कहा कि विरोधी ताक में बैठे थे किसी तरह विजय रथ दिल्ली में अटक जाए, लेकिन परिश्रम, जुनून से यह विजय रथ आगे बढ़ गया है। प्रचंड विजय प्राप्त की है इसे आगे लेकर जाना है।


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