दंपती सहित चार की हत्या से पूरा गांव स्तब्ध
एक ही परिवार के चार सदस्यों की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर देने की खबर आज सुबह जैसे ही आम हुई.....
कोरबा-पसान। एक ही परिवार के चार सदस्यों की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर देने की खबर आज सुबह जैसे ही आम हुई, ग्राम लोकड़हा और आसपास के इलाके में सनसनी के साथ शोक मिश्रित सन्नाटा पसर गया। हर कोई इस घटना से हतप्रभ होने के साथ अंधे कत्ल का राज जानना चाह रहा है कि आखिर किस वजह से दो मासूमों का गला रेतते समय हत्यारों के हाथ भी नहीं कांपे। रेंज के आईजी ने आज मौके पर जाकर बारिकी से सभी पहलुओं को देखा और विभिन्न बिन्दुओं पर जांच के निर्देश दिये। फारेंसिक एक्सपर्ट, फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट की मदद भी गुत्थी को सुलझाने में ली जा रही है।
जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय से करीब 90 किमी दूर पसान थाना अंतर्गत ग्राम लोकड़हा के जंगल में 3 से 4 किलोमीटर भीतर बसे झिंझीबास मोहल्ले में रहने वाले किसान रामसिंह कुर्रे पिता रामसुंदर 30 वर्ष, पत्नी रामवती 28 वर्ष, पुत्री लीलावती 7 वर्ष, पुत्र शिवशंकर 3 वर्ष की अज्ञात लोगों ने 4-5 जून की मध्यरात्रि धारदार हथियार से हत्या कर दी। कल दोपहर करीब 3 बजे एक चरवाहे ने घर के आंगन में खाट और जमीन पर पड़ी रक्त रंजित लाश देखी। जानकारी होने पर मृतक का बड़ा भाई ग्राम कुम्हारी दर्री निवासी शिवराम गोड़ मौके पर पहुंचा। यहां ग्रामीण भी एकत्र होने लगे थे और हर किसी की आंख यह दृष्य देखकर छलक पड़ी।
सूचना पर पसान थाना प्रभारी करमूसाय पैकरा, एएसआई केशव जायसवाल, प्रधान आरक्षक पृथ्वीराज ने मौके पर पहुंचकर पंचनामा आदि की कार्यवाही की एवं आला अधिकारियों को अवगत कराया। शवों को ग्रामीणों व पुलिसकर्मी की निगरानी में रखा गया। आज दोपहर करीब 12:30 बजे बिलासपुर रेंज के पुलिस महा निरीक्षक पुरूषोत्तम गौतम, एएसपी तारकेश्वर पटेल, दर्री सीएसपी सुखनंदन राठौर, फारेंसिक एक्सपर्ट पीएस भगत, फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट मौके पर पहुंचे। आईजी ने घटनास्थल सहित मृतक के घर और आसपास का मुआयना किया। एक्सपर्ट ने मौके से कुछ सबूत जुटाए। लगभग डेढ़ घंटा यहां रूकने के बाद आईजी विभिन्न बिन्दुओं पर जांच के निर्देश देते हुए रवाना हुए। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध धारा 302 भादवि का मामला दर्ज कर विवेचना कर रही है। आज घटना स्थल से थोड़ी दूर चिकित्सकों की टीम ने चारों शवों का पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम बाद शवों का अंतिम संस्कार गमगीन माहौल में ग्रामीणों ने किया।
हत्यारों से महिला ने किया संघर्ष, बची एकमात्र बिल्ली
घर के आंगन में खाट पर दो मासूम बच्चों और दूसरी खाट पर रामसिंह की रक्त रंजित लाश पड़ी हुई थी जबकि पास में ही पत्नी रामवती का शव जमीन पर था। मौके पर संघर्ष के निशान भी देखने को मिले। ऐसा माना जा रहा है कि रात में घर के भीतर सो रही रामवती शोर सुनकर बाहर निकली होगी और हत्यारों से अपने परिवार को बचाने के लिए संघर्ष करते मौत को प्राप्त हो गई। आज जब पुलिस ने कमरे के भीतर मुआयना किया तो खाट पर चादरों के बीच बिल्ली का बच्चा पड़ा हुआ मिला। ग्रामीणों के मुताबिक इस बच्चे से रामवती को काफी प्रेम था और अपने साथ ही सुलाया करती थी। रामसिंह का पूरा परिवार अज्ञात कारण से तबाह हो गया और कोई बचा तो एक मात्र बिल्ली का बच्चा।
जमीन विवाद हो सकती है वजह
हालांकि पुलिस द्वारा विभिन्न पहलुओं और बिन्दुओं पर अंधे कत्ल को सुलझाने की कोशिश की जा रही है वहीं ग्रामीणों और मृतक के बड़े भाई शिवराम गोड़ के मुताबिक मामला जमीन विवाद से जुड़ा है। प्रतिनिधि के मुताबिक मृतक चार भाई थे जिनमें से 3 ग्राम कुम्हारीदर्री में रहते हैं। लोकड़हा में मृतक और उसके भाईयों को 5-5 एकड़ वनभूमि का पट्टा मिला हुआ है। झिंझिबांस नाला को बांधकर वह खेत बनाना चाह रहा था, जबकि उक्त वनभूमि पर निकटस्थ ग्राम तुलबुल के आधा दर्जन से अधिक लोगों की नजर लगी हुई है। ये ग्रामीण जबरन कब्जा करना चाह रहे हैं और मामला पिछले 10-12 वर्षों से कटघोरा के न्यायालय में लंबित है। हत्याकांड को इस जमीन विवाद से जोड़कर भी देखा जा रहा है व उक्त ग्रामीणों पर पुलिस की लगातार नजर है।
जल्द सुलझा लेंगे मामला : आईजी
आईजी पीएस गौतम ने मीडिया से चर्चा में कहा कि 4 लोगों की नृशंस हत्या कि इस मामले में पुलिस की निगाह में कुछ लोग हैं जिनकी जांच की जा रही है। चूंकि मृतक के घर में मातम है इसलिए ज्यादा पूछताछ करना उचित नहीं है। क्रियाक्रम होने के बाद सारी पूछताछ करेंगे। जिन पर संंदेह है उन पर निगरानी रखी जा रही है और जल्द ही मामला पकड़ में आ जाएगा।


