मुंबई कांग्रेस ने भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार पर पुस्तिकाएं जारी की
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के महाराष्ट्र दौरे से एक दिन पहले मुंबई कांग्रेस ने सोमवार को पुस्तिकाएं जारी की, जिसमें राज्य की भाजपा-शिवसेना गठबंधन सरकार में भ्रष्टाचार की गहरी जड़ों को उजागर किया गया

मुंबई। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के महाराष्ट्र दौरे से एक दिन पहले मुंबई कांग्रेस ने सोमवार को पुस्तिकाएं जारी की, जिसमें राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)-शिवसेना गठबंधन सरकार में भ्रष्टाचार की गहरी जड़ों को उजागर किया गया है। पुस्तिकाओं के विवरण में राज्य सरकार के कई मंत्रियों पर हजारों करोड़ों रुपये के घोटाले का आरोप लगाया गया है, जबकि आम आदमी समस्याओं से जूझ रहा है।
पुस्तिका को जारी करते हुए मुंबई कांग्रेस इकाई के अध्यक्ष संजय निरूपम ने महिला एवं बाल कल्याण मंत्री पंकजा मुंडे पर 206 करोड़ रुपये के चिक्की 'घोटाले', सहकारिता मंत्री सुभाष देशमुख पर 110 करोड़ रुपये के लोकमंगल 'घोटाले' और आवास मंत्री प्रकाश मेहता पर 500-800 करोड़ रुपये के एफएसआई 'घोटाले' का जिक्र किया।
इस सूची के अन्य नामों में शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े पर 191 करोड़ रुपये के अग्निशामक उपकरण 'घोटाले', खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री गिरीश बापट पर कथित तौर पर 4,000 करोड़ रुपये 'घोटाले' में शामिल होने और जनजाति विकास मंत्री विष्णु सवरा के 300 करोड़ रुपये के रोजगार विभाग 'घोटाले' और 6,000 करोड़ रुपये के रेनकोट 'घोटाले' में संलिप्तता का आरोप लगाया गया है।
निरूपम ने कहा, "ये आंकड़े दर्शाते हैं कि यही केवल एक सरकार है, जो अच्छे दिनों का आनंद ले रही है। लोगों से अच्छे दिनों का वादा किया गया था और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भ्रष्टों के खिलाफ कार्रवाई करने से बच रहे हैं।"
अन्य पुस्तिकाओं में केंद्र और बृहन मुंबई नगर निगम (बीएमसी) में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया है। बीएमसी पर सत्तारूढ़ सहयोगी शिवसेना का कब्जा है।
निरूपम ने कहा कि बीएमसी ने कचरे के प्रबंधन पर 2,605 करोड़ रुपये, स्वास्थ्य पर 3,311 करोड़ रुपये, शिक्षा पर 2,311 करोड़ रुपये, पानी की आपूर्ति पर 5,061 रुपये और सड़कों और स्काईवॉक पर 3,286 करोड़ रुपये खर्च करने का दावा किया है, लेकिन उन्होंने विकास कार्यो पर वास्तविक खर्च राशि बताने की मांग की, क्योंकि मुंबईकर अभी भी समस्याओं से जूझ रहे हैं।


