किरीट सोमैया ने उद्धव ठाकरे पर धनशोधन का आरोप लगाया
मुंबई | भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा शिवसेना के बीच वर्षों पुराना गठबंधन शिवसेना द्वारा तोड़े जाने के कुछ दिनों बाद दोनों पार्टी के नेताओं के बीच तीखी जुबानी जंग जारी है।

मुंबई | भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा शिवसेना के बीच वर्षों पुराना गठबंधन शिवसेना द्वारा तोड़े जाने के कुछ दिनों बाद दोनों पार्टी के नेताओं के बीच तीखी जुबानी जंग जारी है। इसी कड़ी में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक सांसद ने गुरुवार को शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे पर धनशोधन (काले धन को वैध बनाना) का आरोप लगाया। मुंबई से लोकसभा सदस्य किरीट सोमैया ने शिवसेना के आरोपों के जवाब में अपनी संपत्ति की घोषणा करते हुए उद्धव ठाकरे पर धनशोधन का आरोप लगाया।
सोमैया ने एक बयान में कहा, "अब उद्धव ठाकरे को भी ऐसा करना चाहिए।"
सांसद ने कहा कि उन्होंने बीते 20 वर्षो के दौरान किए गए सभी लेनदेन की घोषणा कर दी है।
सोमैया ने कहा, "मैं खुद घोषणा और पुष्टि करता हूं कि मैं कभी भी किसी भी गैर पारदर्शी लेनदेन में शामिल नहीं रहा। अब उद्धव ठाकरे को भी अपने वित्तीय लेनदेन का लेखा-जोखा सार्वजनिक करना चाहिए।"
इसके अलावा, उन्होंने सात कंपनियों के नाम लिए, जिनके बारे में उन्होंने दावा किया कि ये कंपनियां धनशोधन की गतिविधियों में लिप्त रही हैं और शिवसेना से यह स्पष्ट करने के लिए कहा कि उन्होंने इन कंपनियों के साथ वित्तीय लेनदेन किया।
सोमैया ने पूछा, "उद्धव ठाकरे अपनी संपत्ति का खुलासा क्यों नहीं कर रहे? क्या वह धनशोधन में शामिल सात कंपनियों के साथ अपने संबंधों को लेकर भयभीत हैं?"
इन कंपनियों के नाम जागमंद्री फिनवेस्ट प्राइवेट लिमिटेड, किम इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड, जेपीके ट्रेडिंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, लेक्सस इंफोटेक लिमिटेड, रागलगोल्ड ट्रेडिंग कंपनी प्राइवेट लिमिटेड, वनगार्ड ज्वेल्स लिमिटेड तथा यश-वी-ज्वेल्स लिमिटेड हैं।
आरोपों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए शिवसेना सांसद राहुल शेवले ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा, "भाजपा सांसद (सोमैया) एक ब्लैकमेलर हैं और निराधार आरोप लगाने के लिए जाने जाते हैं।"
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से सोमैया द्वारा लगाए गाए आरोपों की एक एजेंसी से जांच कराने का आदेश देने के लिए कहा।


