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स्वास्थ्य अमले की लापरवाही से गर्भवती महिला की मौत

मुलताई ! ग्राम जाम में एक गर्भवती महिला को प्रसव पी$डा होने पर पूरे स्वास्थ्य महकमे और जननी वाहन की लापरवाही से महिला और उसके गर्भस्थ शिशु की मौत हो गई।

स्वास्थ्य अमले की लापरवाही से गर्भवती महिला की मौत
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मुलताई ! ग्राम जाम में एक गर्भवती महिला को प्रसव पीडा होने पर पूरे स्वास्थ्य महकमे और जननी वाहन की लापरवाही से महिला और उसके गर्भस्थ शिशु की मौत हो गई। प्रसव पीडा होने पर चार-चार बार फोन करने पर ना तो रात में आशा कार्यकर्ता आई और ना ही जननी वाहन पहुंचा। सुबह ४ बजे एक प्राईवेट वाहन से महिला को सरकारी अस्पताल लाया तो यहां भी सुबह ६:३० बजे डाक्टर को बुलाया गया, तब तक महिला की हालत गंभीर हो चुकी थी, बाद में उसे रेफर करने के लिए जननी वाहन बुलाया गया तो वह जननी वाहन भी आधे घंटे बाद अस्पताल आया, जिससे बैतूल ले जाते समय रास्ते में ही गर्भवती महिला और उसके गर्भस्थ शिशु की मौत हो गई। मामले में बीएमओ ने एक आशा और दो एएनएम को शोकाज जारी किया है।
ग्राम जाम निवासी २१ वर्षीय लक्ष्मी पति अशोक सराठे गर्भवती थी, गर्भस्थ अवस्था का आखिरी नौवा महिना चल रहा था। सोमवार की रात २ बजे अचानक ही लक्ष्मी को प्रसव पी$डा हुई, प्रसव पीडा होने पर लक्ष्मी के पति ने आशा कार्यकर्ता गुंता गोहिते को चार बार काल किया और बताया कि उसकी पत्नी को दर्द शुरू हो गए है, कृपया घर आकर देख ले, लेकिन चार-चार बार काल करने के बाद भी आशा कार्यकर्ता लक्ष्मी को देखने के लिए नहीं पहुंची। इधर अशोक द्वारा जननी वाहन के लिए काल सेंटर भी काल किया गया, लेकिन फोन करने के बाद भी जननी सुबह ३:३० बजे तक गांव नहीं पहुंची। मजबूरी में अशोक ने एक प्राईवेट वाहन की व्यवस्था की। सुबह लगभग चार बजे एक प्राईवेट वाहन से लक्ष्मी को नगर के सरकारी अस्पताल लाया गया। अशोक ने उपस्थित स्टाफ से आग्रह किया कि उसकी पत्नी की हालत खराब है, कृपया डाक्टरों को सूचना देकर बुला ले, लेकिन स्टाफ ने उसे सुरक्षित प्रसव का भरोसा दिलाया और डाक्टर को सूचना नहीं दी। सुबह जब ६:३० बजे लक्ष्मी की हालत बिग$डने लगी तो आनन-फानन में डाक्टर रितु खन्ना को सूचना देकर बुलाया गया। रितु खन्ना तुरंत ही अस्पताल पहुंची, उन्होंने लक्ष्मी की हालत देखी और उसे तुरंत ही रेफर कर दिया। सुबह ६:३० बजे रेफर करने पर जननी वाहन सुबह ७ बजे अस्पताल पहुंचा और उसे बैतूल ले जाया गया, जहां रास्ते में ही उसने और उसके गर्भस्थ शिशु ने दम तो$ड दिया।
हमने नोटिस दिया है, गंभीर लापरवाही है, कार्रवाई होगी : पूरे मामले में बीएमओ मनोज खन्ना ने बताया कि यह गंभीर लापरवाही है। रात में यदि गर्भवती महिला को प्रसव पीडा हो रही थी तो आशा कार्यकर्ता को तुरंत ही महिला के घर पहुंचना था, लेकिन चार-चार बार काल करने के बाद भी वह नहीं पहुंची। वहीं एएनएम भगौती मर्सकोले द्वारा सही तरह से गर्भवती महिला का बीपी और अन्य जांचे नहीं की गई। वहीं अस्पताल में आने के बाद भी डाक्टरों को इसकी सूचना नहीं दी गई, यह भी ब$डी लापरवाही है। ऐसे में एक आशा कार्यकर्ता गुंता गोहिते, एएनएम भौगती मर्सकोले सहित एक अन्य एएमएम को शोकाज नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।


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