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दोहरे हत्याकांड मामले से बरी हुए विधायक मुख्तार अंसारी

उत्तर प्रदेश में मऊ के सदर विधानसभा क्षेत्र के बहुचर्चित विधायक मुख्तार अंसारी और सात अन्य लोगों को दोहरे हत्याकांड से आज एक स्थानीय अदालत ने बरी कर दिया

दोहरे हत्याकांड मामले से बरी हुए विधायक मुख्तार अंसारी
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मऊ। उत्तर प्रदेश में मऊ के सदर विधानसभा क्षेत्र के बहुचर्चित विधायक मुख्तार अंसारी और सात अन्य लोगों को दोहरे हत्याकांड से आज एक स्थानीय अदालत ने बरी कर दिया।

इसी हत्याकांड में तीन आरोपी अमरेश कन्नौजिया, जामवंत उर्फ राजू आैर अरविंद यादव दोषी करार दिए गए। इन्हें बाद में सजा सुनायी जायेगी।

मऊ में शहर कोतवाली क्षेत्र के गाजीपुर तिराहे के पास यूनियन बैंक के सामने 29 अगस्त 2009 को ठेकेदार अजय प्रकाश सिंह उर्फ मन्ना सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

गोलीबारी में उनके मित्र राजेश राय और कार चालक शब्बीर घायल हो गये थे। इलाज के दौरान राजेश राय की मृत्यु हो गयी थी।

मामले में मन्ना सिंह के भाई हरेंद्र सिंह की तहरीर पर शहर कोतवाली में पुलिस ने अज्ञात लोगों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज की थी।

पुलिस ने सदर विधायक मुख्तार अंसारी, उमेश सिंह, रजनीश सिंह, संतोष सिंह, राकेश कुुमार पांडेय, अमरेश कन्नौजिया, अनुज कन्नौजिया, राजू उर्फ जामवंत कन्नौजिया, विनय सिंह, उपेंद्र सिंह, अरविंद यादव और कमलेश यादव के खिलाफ आरोप पत्र अदालत में दाखिल किया था।

एक आरोपी कमलेश यादव की पुलिस मुठभेड में मृत्यु हो गई। जिसके बाद न्यायालय में 11 आरोपियों का विचारण शुरु हुआ। श्री अंसारी ने 2017 का विधानसभा चुनाव बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर लड़ा था।

अभियोजन पक्ष की तरफ से कुल 16 और बचाव पक्ष से चार गवाहों को पेश किया गया। अदालत में साक्षी के रूप में डिप्टी जेलर विजय कुमार का भी बयान दर्ज हुआ।

दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद अपर जिला सत्र न्यायाधीश (तृतीय) आदिल आफताब अहमद ने मुख्तार समेत आठ लोगों को बरी और तीन को दोषी करार दिया।

फैसले के समय पुलिस ने कचहरी परिसर और आसपास सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किये थे। सुरक्षा के मद्देनजर कचहरी परिसर में एक पुलिस अधीक्षक और दो उपाधीक्षक समेत काफी संख्या में पुलिस बल और खुफिया संगठन के स्थानीय इकाईयां तैनात थीं।

सुरक्षा की दृष्टि से दीवानी गेट के मुख्य द्वार पर मेटल डिटेक्टर तथा सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए थे। परिसर में आने वाले हर व्यक्ति की जांच की गई।

बहुप्रतीक्षित इस फैसले की जानकारी लेने के लिए मुख्तार समर्थकों व विरोधियों की काफी भीड़ जिला न्यायालय परिसर व आस-पास मौजूद रही। उनके बरी होने की जानकारी से समर्थकों में काफी खुशी रही, वहीं विरोधी काफी मायूस रहे।


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