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आत्मनिर्भर भारत पैकेज से एमएसएमई क्षेत्र को मिला सबसे अधिक लाभ : मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राज्यसभा में कहा कि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) क्षेत्र को आत्मनिर्भर भारत पैकेज से सबसे ज्यादा फायदा हुआ है

आत्मनिर्भर भारत पैकेज से एमएसएमई क्षेत्र को मिला सबसे अधिक लाभ : मोदी
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राज्यसभा में कहा कि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) क्षेत्र को आत्मनिर्भर भारत पैकेज से सबसे ज्यादा फायदा हुआ है।

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस का जवाब देते हुए, उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे क्षेत्र थे, जिन पर अधिक ध्यान केंद्रित किया गया था और ये एमएसएमई हैं जो प्रमुख रोजगार प्रदान करते हैं, जबकि दूसरा क्षेत्र कृषि है।

पीएम मोदी ने कहा, एमएसएमई क्षेत्र उन क्षेत्रों में से एक है, जिसे प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) की सरकारी योजना से अधिकतम लाभ मिला है और अब भारत एक अग्रणी मोबाइल निमार्ता है और हम निर्यात में भी प्रगति कर रहे हैं। एमएसएमई द्वारा बनाए गए इंजीनियरिंग सामानों ने मौजूदा निर्यात संख्या में बहुत बड़ा योगदान दिया है। इस सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने यह भी तय किया है कि 200 करोड़ रुपये से कम का टेंडर सिर्फ भारतीयों के लिए ही उपलब्ध होगा और इससे एमएसएमई सेक्टर को बढ़ावा मिलेगा।

उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु में स्थापित रक्षा गलियारे (कॉरिडोर) रक्षा खरीद की जरूरतों को पूरा कर रहे हैं।

रोजगार सृजन पर बोलते हुए, मोदी ने कहा कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के पे-रोल में हालिया वृद्धि ने संकेत दिया है कि लॉकडाउन खुलने के बाद नौकरियों में वृद्धि हुई है और हायरिंग (नौकरियों के लिए भर्ती) दोगुनी हुई है।

उन्होंने कहा, कुल एक करोड़ 20 लाख ईपीएफओ के तहत नामांकित थे, जिसमें लगभग 65 लाख 25 साल से कम उम्र के हैं, इसका मतलब है कि यह उनकी पहली नौकरी है, जबकि नैसकॉम ने कहा है कि 2017 के बाद विनिर्माण क्षेत्र में वृद्धि के कारण लगभग 27 लाख नौकरियां दी गईं हैं।

यूनिकॉर्न के बारे में बात करते हुए, मोदी ने कहा कि यूनिकॉर्न की कुल संख्या पिछले एक साल में सबसे अधिक रही है और यह अब तक यूनिकॉर्न की कुल संख्या से भी अधिक दर्ज की गई है।

कृषि क्षेत्र पर उन्होंने कहा कि वास्तव में कोरोना काल में किसानों ने बंपर फसल का उत्पादन जारी रखा और सरकार ने भारी मात्रा में अनाज की खरीद भी की। रोजगार पैदा करने के लिए विभिन्न बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर समान ध्यान दिया गया। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र ने भरपूर गेहूं और चावल की फसलों का उत्पादन किया है और सरकार ने इन फसलों को बढ़े हुए एमएसपी पर भी खरीदा है, जहां पैसा सीधे उनके खाते में प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण के माध्यम से स्थानांतरित किया गया है।

मुद्रास्फीति (महंगाई) के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि अमेरिका में मूल्य वृद्धि 40 साल के उच्चतम स्तर पर है, ब्रिटेन में यह 30 साल के उच्चतम स्तर पर है, लेकिन हमने महामारी के बावजूद मूल्य वृद्धि को रोकने की कोशिश की है। पीएम मोदी ने कहा, अगर आप इसकी तुलना यूपीए से करेंगे तो आपको पता चल जाएगा कि मूल्य वृद्धि क्या है। यूपीए के तहत, यह दोहरे अंकों (डबल डिजिट) में थी।


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