Top
Begin typing your search above and press return to search.

मध्यप्रदेश: चुनावी घमासान में दिग्विजय सिंह की प्रतिष्ठा दांव पर

राजगढ़ संसदीय क्षेत्र की 8 विधानसभा सीट में दिग्विजय सिंह का गृहनगर राघौगढ़ भी शामिल है, जिस पर उनके पुत्र जयवर्धन कांग्रेस प्रत्याशी हैं

मध्यप्रदेश: चुनावी घमासान में दिग्विजय सिंह की प्रतिष्ठा दांव पर
X

राजगढ़। मध्यप्रदेश के राजगढ़ संसदीय क्षेत्र पर 1984 से अपना प्रभुत्व जमाने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह इस क्षेत्र के तहत आने वालीं सभी आठ विधानसभा सीटों पर इस चुनाव में सिंह की प्रतिष्ठा दाव पर लगी है।

संसदीय क्षेत्र में फिलहाल कांग्रेस के पास 2 और भाजपा के पास 6 सीट हैं। वर्तमान चुनावी दौर में कांग्रेस पिछले चुनाव की तुलना में बेहतर नजर आ रही है।

इनमें से एक विधानसभा सीट चाचौड़ा से सिंह के अनुज एवं पूर्व सांसद लक्ष्मण सिंह कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। आठों सीटों पर कांग्रेस और भाजपा के सभी वर्तमान विधायक चुनाव लड़ रहे हैं।

कभी जनसंघ -भाजपा के प्रभाव में रहने वाला राजगढ़ जिला दिग्विजय सिंह के संपर्क में आने के बाद से कांग्रेस के प्रभावी जिले में माना जाने लगा है। हालांकि 2013 के विधानसभा और 2014 के लोकसभा चुनाव में यहां से कांग्रेस को आशातीत सफलता नहीं मिली।

लोकसभा चुनाव में भाजपा यहां से दो लाख से अधिक मतों से चुनाव जीत चुकी है तथा विधानसभा में 8 में से 6 सीट भाजपा के कब्जे में है। समय के साथ कांग्रेस ने पिछले पांच वर्षों में अपनी सक्रियता बढ़ाई है। यही कारण है कि इस चुनाव में कांग्रेस भाजपा को न केवल अच्छी टक्कर दे रही है, बल्कि अपनी पुरानी पकड़ बनाने के लिये बेताब है।

28 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए संसदीय क्षेत्र की सभी सीटों पर कांटे की टक्कर दिखायी दे रही है। इनमें ब्यावरा सीट पर कांग्रेस के गोवर्धन दांगी और भाजपा प्रत्याशी नारायण सिंह पंवार के बीच सीधा मुकाबला है। राजगढ़ में भाजपा के अमर सिंह यादव और कांग्रेस के बापू सिंह तंवर तथा कांग्रेस के बागी प्रताप मंडलोई के बीच मुकाबला है।

खिलचीपुर में भाजपा विधायक हजारीलाल दांगी का मुकाबला पूर्व विधायक प्रियवृत सिंह खींची के बीच है। सुसनेर में भाजपा विधायक मुरलीधर पाटीदार का मुकाबला कांग्रेस के महेन्द्र सिंह परमार के साथ ही कांग्रेस के बागी राणा विक्रम सिंह के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है।

नरसिंहगढ़ से कांग्रेस विधायक गिरीश भंडारी और भाजपा से पूर्व विधायक राज्यवर्धन सिंह के बीच मुकाबला है। सारंगपुर सुरक्षित सीट से भाजपा विधायक कुंवर कोठार तथा कांग्रेस से श्रीमती कला-महेश मालवीय मैदान में हैं। जबकि राघौगढ़ से कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह और भाजपा के भूपेन्द्र सिंह रघुवंशी के बीच मुकाबला है। चाचौड़ा में भाजपा विधायक ममता मीना और कांग्रेस से पूर्व सांसद लक्ष्मण सिंह मैदान में हैं।

संसदीय क्षेत्र की हर सीट पर कांटे का और प्रतिष्ठापूर्ण मुकाबला हो रहा है। जिले की अधिकांश सीट जातिगत प्रभाव से युक्त हैं।

चुनाव में परिणाम प्रभावित करने में यह जातियां प्रभावी भूमिका निभाते है। दोनों दलों ने टिकट वितरण में जातीय समीकरणों का ध्यान रखा है।

इन सभी सीटों पर कांग्रेस जहां दिग्विजय सिंह के बहाने पुन: अपना प्रभाव जमाना चाहती है, वहीं भाजपा तथा संघ परिवार इस क्षेत्र से दिग्विजय सिंह के प्रभाव को बढ़ते देख पूरी एकजुटता से सक्रिय हो गया है।

कांग्रेस और भाजपा की कांटे की टक्कर के बीच परिणाम दोनो दलों के कार्यकर्ताओं की मेहनत के साथ परिणाम कुछ भी हो सकता है।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it