मप्र : स्कूल शिक्षा मंत्री जोशी अब हिंदी में हस्ताक्षर करेंगे
हिंदी दिवस के मौके पर मध्य प्रदेश के तकनीकी शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार), स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री दीपक जोशी ने ऐलान किया है कि वे अब हस्ताक्षर हिंदी में करेंगे

भोपाल। हिंदी दिवस के मौके पर मध्य प्रदेश के तकनीकी शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार), स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री दीपक जोशी ने ऐलान किया है कि वे अब हस्ताक्षर हिंदी में करेंगे। सरदार वल्लभ भाई पॉलीटेक्निक कॉलेज में गुरुवार को 'भारतीय शिक्षा नीति में बदलाव की आवश्यकता' पर आयोजित संगोष्ठी में जोशी ने कहा कि समय के साथ इसमें भी बदलाव होना स्वाभाविक है। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखना जरूरी है कि बदलाव से भारतीय संस्कृति की आत्मा पर कुठाराघात नहीं हो।
जोशी ने कहा कि राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय देश का पहला तकनीकी विश्वविद्यालय है, जिसने इंजीनियरिंग की परीक्षा हिन्दी में संचालित करने की शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि मौलिक विचार हमेशा मातृभाषा में ही आते हैं। अत: मातृभाषा का हर स्तर पर सम्मान होना जरूरी है।
भारतीय शिक्षा मंडल के राष्ट्रीय संगठन मंत्री मुकुल कानिटकर ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था को पूरी तरह से शिक्षकों के हाथ में सौंपना चाहिए। जब शिक्षक स्वयं पर गर्व करेंगे, तभी समाज उनका सम्मान करेगा। शिक्षकों को एक-दूसरे का सम्मान करने का परामर्ष देते हुए कानिटकर ने कहा कि जापान के विकास का कारण वहॉ शिक्षकों का सम्मान होना है।
संगोष्ठी में आईसेक्ट विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. संतोष चौबे और पॉलीटेक्निक कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आशीष डोंगरे ने भी विचार व्यक्त किए। संगोष्ठी में विद्यार्थियों के साथ संवाद भी हुआ। विद्यार्थियों की शंकाओं का समाधान भी किया गया।


