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मध्यप्रदेश:  सरकारी स्कूलों में नि:शुल्क पाठ्य पुस्तक के वितरण के निर्देश

 प्रदेश के सरकारी स्कूलों में कक्षा 9 से कक्षा 12वीं तक अध्ययनरत विद्यार्थियों को शैक्षणिक सत्र 2018-19 में नि:शुल्क पाठ्य पुस्तक के व्यवस्थित वितरण के लिए आयुक्त लोक शिक्षण ने समस्त जिला शिक्षा अधिक

मध्यप्रदेश:  सरकारी स्कूलों में नि:शुल्क पाठ्य पुस्तक के वितरण के निर्देश
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भोपाल। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में कक्षा 9 से कक्षा 12वीं तक अध्ययनरत विद्यार्थियों को शैक्षणिक सत्र 2018-19 में नि:शुल्क पाठ्य पुस्तक के व्यवस्थित वितरण के लिए आयुक्त लोक शिक्षण ने समस्त जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किये हैं।

निर्देश में कहा गया है कि पाठ्य पुस्तक वितरण के लिए जिला स्तर पर जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में समिति गठित की जाये। पाठ्य पुस्तकें निश्चित समय सीमा में वितरित की जायें।

प्रदेश में शैक्षणिक सत्र 2018-19 के लिए जिलों से ऑनलाइन की गई माँग के अनुसार पाठ्य पुस्तकों का मुद्रण कराया गया है। पाठ्य पुस्तक निगम द्वारा डिपो से विकासखण्ड स्तर पर पाठ्य पुस्तकें पहुँचायी जा रही हैं। पाठ्य पुस्तकों का वितरण प्रभारी मंत्री, सांसद, विधायक और स्थानीय जन-प्रतिनिधि की मौजूदगी में किया जायेगा।

प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले प्रतिभाशाली बच्चों को देश के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों में उच्च शिक्षा अध्ययन कराने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने भोपाल और इंदौर शहर में सुपर 100 योजना लागू की है। यह योजना भोपाल के शासकीय सुभाष उत्कृष्ट विद्यालय और इंदौर के मल्हाराश्रम विद्यालय में चलाई जा रही है। इन विद्यालयों में विद्यार्थियों को नि:शुल्क आवासीय सुविधा भी उपलब्ध करवाई गई है।

योजना में जिले में कक्षा 10वीं की परीक्षा में उत्तीर्ण प्रतिभाशाली बच्चों को संबंधित जिले की प्रावीण्य सूची में सर्वोच्च अंक के आधार पर गणित, जीव-विज्ञान और वाणिज्य संकाय में दो छात्र और दो छात्राओं को प्रवेश दिया जाता है। वर्ष 2016-17 में इंजीनियरिंग कॉलेज में पाँच छात्र, मेडिकल कॉलेज में एक छात्र और सीए के लिए 28 छात्र इस प्रकार कुल 34 छात्रों ने विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में उत्तीर्ण होकर व्यावसायिक पाठ्यक्रम में प्रवेश लिया है।


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