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मप्र : मंदसौर में कर्फ्यू जारी, कांग्रेस ने बंद का आह्वान किया

मंदसौर में मंगलवार को सुरक्षा बलों द्वारा प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के उद्देश्य से की गई गोलीबारी में पांच लोगों की मौत के बाद शहर व पिपलिया मंडी में लगाया गया कर्फ्यू बुधवार को भी जारी है

मप्र : मंदसौर में कर्फ्यू जारी, कांग्रेस ने बंद का आह्वान किया
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मंदसौर। मध्य प्रदेश के मंदसौर में मंगलवार को सुरक्षा बलों द्वारा प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के उद्देश्य से की गई गोलीबारी में पांच लोगों की मौत के बाद शहर व पिपलिया मंडी में लगाया गया कर्फ्यू बुधवार को भी जारी है। वहीं गोलीबारी में मारे गए लोगों के परिजनों और किसानों ने बरखेड़ा पंत पर चक्काजाम कर दिया है। दूसरी ओर राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ और कांग्रेस ने भी आज (बुधवार) बंद का आह्वान किया है, जिसके चलते कई स्थानों पर बंद का असर भी दिख रहा है।

ज्ञात हो कि राज्य में फसल के उचित दाम और कर्ज माफी को लेकर किसान एक जून से हड़ताल पर हैं। 10 जून तक चलने वाली हड़ताल के छठे दिन मंगलवार को किसान पिपलिया मंडी में सड़क पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे थे, तभी पुलिस से उनकी झड़प हो गई और पुलिस तथा सीआरपीएफ के जवानों ने गोली चला दी, जिसमें पांच किसानों की मौत हो गई तथा सात लोग घायल हुए।

किसानों की मौत के बाद आंदोलन ने और उग्र रूप ले लिया। प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को 30 से ज्यादा वाहन फूंक डाले। उसके बाद मंदसौर व पिपलिया मंडी में कर्फ्यू लगा दिया गया।

बुधवार को भी कर्फ्यू जारी है, लेकिन किसान ने भी विरोध-प्रदर्शन जारी रखा है। बरखेड़ा पंत गांव से गुजरने वाले मार्ग पर किसानों ने चक्काजाम कर दिया है, आवागमन बंद है। परिजनों की मांग है कि मृतक किसानों को शहीद का दर्जा दिया जाए। प्रदर्शनकारी गोलीबारी में मारे गए छात्र अभिषेक पाटीदार के शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन कर रहे हैं।

चक्काजाम में शामिल दिनेश पाटीदार का कहना है कि, पुलिस ने जानबूझकर गोली चलाई। किसान अपनी मांगों को लेकर सड़क पर थे और पुलिस ने बर्बर कार्रवाई की। बुधवार को भी स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।

शव के साथ प्रदर्शन कर रहे किसानों के समझाने पर जिलाधिकारी स्वतंत्र कुमार सिंह व पुलिस अधीक्षक ओ पी त्रिपाठी पहुंचे तो किसानों ने उनका घेराव कर दिया और धक्कामुक्की भी की। स्थिति बिगड़ने पर त्वरित कार्य बल व भारी पुलिस बल को बुलाया गया, तब कहीं दोनों अधिकारी सुरक्षित निकल पाए। एक तरफ किसानों का जमावड़ा है तो दूसरी ओर पुलिस बल तैनात है।

वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ ने किसानों की मौत पर बुधवार को प्रदेश बंद का आह्वान किया है। इस बंद का कांग्रेस ने भी समर्थन किया। इस बंद का कई स्थानों पर असर भी नजर आ रहा है।

इंदौर में किसान आंदोलन के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है। पुलिस उप महानिरीक्षक हरिनारायण चारी मिश्रा ने संवाददाताओं से चर्चा के दौरान माना कि आमजनों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो इसलिए सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। प्रमुख स्थानों पर पुलिस बल तैनात है।इसी तरह उज्जैन, झाबुआ, भोपाल में बंद का मिलाजुला असर नजर आ रहा है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए हर स्थान पर सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।


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