मप्र : कांग्रेस नेताओं ने प्रतिनिधियों के चयन पर उठाए सवाल
कांग्रेस कार्यालय में सोमवार को प्रतिनिधियों व जिलाध्यक्षों की बैठक बुलाई गई। बैठक से पहले ही विधायक ओंकार सिंह मरकाम ने प्रतिनिधि के चयन पर सवाल उठा दिए

भोपाल। मध्यप्रदेश में कांग्रेस संगठन की चुनाव प्रक्रिया जारी है, प्रतिनिधियों के नामों के ऐलान के एक दिन बाद भोपाल पहुंचे प्रभारी दीपक बाबरिया के सामने यह बात भी खुलकर सामने आ गई कि प्रतिनिधियों के चयन में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई। कांग्रेस के एक विधायक ओंकार सिंह मरकाम ने तो यह मामला पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी तक पहुंचाने की बात कही। मोहन प्रकाश के स्थान पर प्रदेश प्रभारी बनाए जाने के बाद दीपक बाबरिया जब पहली बार सोमवार को भोपाल पहुंचे, तो रेलवे स्टेशन पर ही हंगामा हो गया। कार्यकर्ताओं ने बाबरिया के स्वागत में पार्टी या पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं की बजाय राज्य के नेताओं के जिंदाबाद के नारे लगाए। इससे बाबरिया को भी गुस्सा आ गया। कार्यकर्ताओं ने जमकर धक्का-मुक्की भी की।
कांग्रेस कार्यालय में सोमवार को प्रतिनिधियों व जिलाध्यक्षों की बैठक बुलाई गई। बैठक से पहले ही विधायक ओंकार सिंह मरकाम ने प्रतिनिधि के चयन पर सवाल उठा दिए। उन्होंने कहा, "उनके डिंडौरी जिले से ऐसे व्यक्ति को प्रतिनिधि बना दिया गया है, जो कांग्रेस उम्मीदवार के खिलाफ विधानसभा चुनाव निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लड़ा था और उसे पार्टी से निष्कासित किया गया था।"
प्रतिनिधियों की बैठक के दौरान नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने भी प्रतिनिधियों के चयन का मुद्दा उठाया और कहा कि विधायकों सहित अन्य नेताओं की बात सुनी जानी चाहिए। हर जाति, वर्ग व समाज को प्रतिनिधित्व दिया जाए, यह प्रयास होना चाहिए। प्रतिनिधि चयन में गड़बड़ी हुई है तो उसे सुधारा जाना चाहिए।
कांग्रेस में गुटबाजी को लेकर संवाददाताओं ने जब प्रदेश प्रभारी बाबरिया से सवाल किया तो उनका जवाब था, गुटबाजी देखना है तो भाजपा की देखिए, यहां ऐसा कुछ नहीं है।
इस बैठक में कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव भी उपस्थित थे।
कांग्रेस दफ्तर में पूरे दिन गहमा-गहमी का दौर रहा। हर तरफ कार्यकर्ताओं के अपने-अपने नेताओं- कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया, दिग्विजय सिंह के साथ पोस्टर चस्पा थे और उन्हीं के नाम के नारे भी लगे। प्रदेश प्रभारी बाबरिया मंगलवार को विधायकों की बैठक लेंगे।
प्रतिनिधि चयन में हुई गड़बड़ी को बड़े पैमाने पर बल मिल रहा है, क्योंकि कांग्रेस के सांसद कांतिलाल भूरिया कई बार यह बात कह चुके हैं कि फूल छाप कांग्रेसी ही कांग्रेस को नुकसान पहुंचाते हैं। पिछले दिनों पूर्व विधायक राजेंद्र भारती ने भी दतिया जिले में कांग्रेस विरोधियों को प्रतिनिधि बनाने का आरोप लगाया था।


