मप्र : अनूपपुर में हुए पथराव पर कांग्रेस-भाजपा में तकरार
मध्यप्रदेश के अनूपपुर में पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ के काफिले को काले झंडे दिखाए जाने और कथित तौर पर पथराव किए जाने को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच सियासी तकरार बढ़ गई है

अनूपपुर/भोपाल। मध्यप्रदेश के अनूपपुर में पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ के काफिले को काले झंडे दिखाए जाने और कथित तौर पर पथराव किए जाने को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच सियासी तकरार बढ़ गई है। कांग्रेस पथराव करने वालों को भाजयुमो का कार्यकर्ता बता रही है तो भाजयुमो ने आरोपों को नकारते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर पर ही हमले का आरोप लगाया है। राज्य में 28 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव होने वाले हैं, उनमें से एक अनूपपुर भी है। कमल नाथ यहां जनसभा को संबोधित करने पहुंचे थे। भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने 'झूठ बोले कौवा काटे' अभियान के तहत कमल नाथ पर बेरोजगारों को चार हजार रुपये का भत्ता न देने को वादाखिलाफी बताते हुए उनके आगमन का विरोध किया। भाजयुमो कार्यकर्ता हाथ में काले झंडे लिए हुए थे और उन्होंने कमल नाथ के काफिले के सामने आकर विरोध दर्ज कराया। इस दौरान पथराव भी हुआ।
कांग्रेस के प्रदेश सचिव श्रीधर शर्मा का कहना है कि भाजयुमो के कार्यकर्ताओं ने कमल नाथ के काफिले पर पथराव किया, यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। भाजपा को अनूपपुर में अपनी हार नजर आ रही है और उनमें बौखलाहट है, उसी के चलते उन्होंने पथराव जैसी घटना को अंजाम दिया। अनूपपुर की जनता भाजपा को इसका जवाब देगी।
वहीं भाजयुमो के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. अभिलाष पांडे का कहना है कि कमल नाथ ने युवाओं को बेराजगार भत्ता देने का वादा किया था, मगर नहीं दिया। भाजयुमों ने कमल नाथ और दिग्विजय सिंह के खिलाफ 'झूठ बोले कौवा काटे' अभियान चलाया है। अनूपपुर में भी भाजयुमो के कार्यकर्ता विरोध कर रहे थे, उसी दौरान कांग्रेसियों ने प्रदर्शन कर रहे भाजयुमो के कार्यकर्ताओं पर हमला करने का प्रयास किया। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। भाजयुमो का विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा, कमल नाथ व दिग्विजय सिंह केा बताना हेागा कि वे 28 विधानसभा क्षेत्रों में कौन सा नया झूठ बोलने जा रहे हैं।


