Top
Begin typing your search above and press return to search.

मप्र : नौकरशाही ने पेश किया गुड गवर्नेंस का मॉडल

बढ़ती महंगाई के दौर में आम तौर पर किसी आयोजन पर खर्च साल-दर-साल बढ़ता जाता है

मप्र : नौकरशाही ने पेश किया गुड गवर्नेंस का मॉडल
X

भोपाल । बढ़ती महंगाई के दौर में आम तौर पर किसी आयोजन पर खर्च साल-दर-साल बढ़ता जाता है, मगर मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिला प्रशासन ने इसके ठीक उलट काम किया है। प्रशासन ने नागद्वारी मेले पर खर्च होने वाली राशि को कम कर गुड गवर्नेस का उदाहरण पेश किया है। जिला प्रशासन की इस पहल की मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सराहना की है। नागपंचमी के मौके पर जिला प्रशासन की देखरेख में पचमढ़ी में नागद्वारी मंदिर क्षेत्र में पांच दिनों का मेला लगता है। इस मेले में लगभग 10 लाख लोग हिस्सा लेते हैं। इस साल मेले का बजट 64 लाख रुपये तय था। इतनी राशि खर्च होने का अनुमान था, मगर यह काम सिर्फ 10 लाख रुपये में पूरा हो गया, और 54 लाख रुपये बच गए। यह सरकारी मेला है और सारे इंतजाम प्रशासन को करने होते हैं।

जिला प्रशासन के सूत्रों के अनुसार, बीते साल श्रद्घालुओं की भोजन व्यवस्था पर 22 लाख 47 हजार रुपये खर्च किए गए थे, वहीं इस बार इस पर 70 हजार रुपये ही खर्च हुए। टेंट व्यवस्था पर बीते साल 16 लाख रुपये खर्च हुए थे, जबकि इस साल इस पर मात्र चार लाख रुपये ही व्यय किए गए। साफ-सफाई व अन्य व्यवस्था के लिए लगाए गए श्रमिकों पर इस बार दो लाख रुपये का व्यय हुआ, जबकि बीते वर्ष 12 लाख रुपये खर्च किए गए थे।

जिलाधिकारी शैलेंद्र सिंह ने संवाददाताओं को बताया, "इस बार सरकारी कर्मचारियों ने होटल में नहीं, बल्कि भंडारे में खाना खाया। परिवहन के लिए लोक परिवहन सेवा का उपयोग किया। इसके चलते खर्च में कमी आई है। इस आयोजन की व्यवस्था विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों, आमजन और अधिकारियों से विचार-विमर्ष कर के किया गया था।"

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने जिला प्रशासन की सराहना करते हुए ट्वीट किया, "होशंगाबाद जिले में सरकारी नागद्वारी मेले के आयोजन में जिला प्रशासन ने वर्षो से हो रहे अनावश्यक व्यय पर रोक लगाकर खर्च प्रबंधन से इस वर्ष लाखों रुपये की बचत कर गुड गवर्नेस की मिसाल पेश की है।"

उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, "सरकार का लक्ष्य है फिजूलखर्ची, भ्रष्टाचार व गड़बड़ी को रोकना। जनता के एक-एक पैसे का सदुपयोग हो, उस दिशा में किया यह कार्य प्रशंसनीय व दूसरों के लिए प्रेरक। प्रशासन की पूरी टीम को बधाई।

ज्ञात हो कि हर साल नाग पंचमी पर पचमढ़ी में नागद्वारी मेला लगता है। सतपुड़ा की पहाड़ियों के बीच नागद्वार स्वामी का मंदिर स्थित है। इस मेले में महाराष्ट्र के विदर्भ सहित अनेक जिलों से श्रद्घालु आते हैं।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it