मप्र : भाजपा विधायकों ने किया राजभवन तक पैदल मार्च
मध्य प्रदेश विधानसभा में अध्यक्ष के चुनाव के लिए अपनाई गई प्रक्रिया का विरोध करते हुए भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने सदन से बहिर्गमन कर राजभवन तक पैदल मार्च किया

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा में अध्यक्ष के चुनाव के लिए अपनाई गई प्रक्रिया का विरोध करते हुए भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने सदन से बहिर्गमन कर राजभवन तक पैदल मार्च किया और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को ज्ञापन सौंपा। भाजपा ने कांग्रेस पर 'लोकतंत्र की हत्या' का आरोप लगाया है। राज्य विधानसभा में हंगामे के चलते मंगलवार को दो बार सदन की कार्यवाही को 10-10 मिनट के लिए स्थगित की गई। तीसरी बार भाजपा ने कार्यवाही का बहिगर्मन किया। भाजपा का आरोप था कि उनके प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया गया है, सिर्फ कांग्रेस के चार प्रस्तावों को स्वीकार किया गया है।
भाजपा विधायकों की ओर से राज्यपाल पटेल को ज्ञापन सौंपा गया है, इस ज्ञापन में कहा गया है कि विधानसभा की आठ जनवरी की कार्यसूची में अध्यक्ष निर्वाचन केा लेकर सामयिक अध्यक्ष (प्रोटेम स्पीकर) द्वारा एक ही उम्मीदवार के चार प्रस्ताव पढ़े गए, पांचवां प्रस्ताव नहीं पढ़ा गया जबकि दैनिक कार्यसूची में यह प्रस्ताव सम्मिलित था। निर्वाचन प्रक्रिया केा पांचवा प्रस्ताव पढ़े बगैर आगे बढ़ा दिया गया। इस सारी प्रक्रिया से लोकतंत्र की हत्या हुई है।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के हस्ताक्षर वाले इस ज्ञापन में कहा गया है कि "हमारी आपत्ति को नहीं सुना गया, सदन की कार्यवाही को तीन बार स्थगित किया गया। लिहाजा, न्याय की अपेक्षा।"
ज्ञात हो कि भाजपा विधायकों की गैरहाजिरी में कांग्रेस उम्मीदवार एन.पी. प्रजापित को विधानसभा अध्यक्ष चुन लिया गया। भाजपा इस प्रक्रिया के खिलाफ है।


