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वायु सेना की जरूरतों को पूरा करने आईआईटी मद्रास से समझौता

13 अप्रैल को इस समझौता ज्ञापन पर दिल्ली के तुगलकाबाद स्थित वायु सेना स्टेशन में आईएएफ के रखरखाव कमान मुख्यालय के कमान इंजीनियरिंग ऑफिसर (प्रणाली) एयर कमोडोर एस बहुजा और आईआईटी मद्रास के एयरोस्पेस इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख प्रोफेसर एच एस एन मूर्ति ने हस्ताक्षर किए।

वायु सेना की जरूरतों को पूरा करने आईआईटी मद्रास से समझौता
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नई दिल्ली| भारतीय वायु सेना (आईएएफ) और आईआईटी मद्रास के बीच एक समझौता हुआ है। यह समझौता आईएएफ की जरूरतों को पूरा करने में सहायता करने के लिए व विभिन्न विकास परियोजनाओं के लिए है।

13 अप्रैल को इस समझौता ज्ञापन पर दिल्ली के तुगलकाबाद स्थित वायु सेना स्टेशन में आईएएफ के रखरखाव कमान मुख्यालय के कमान इंजीनियरिंग ऑफिसर (प्रणाली) एयर कमोडोर एस बहुजा और आईआईटी मद्रास के एयरोस्पेस इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख प्रोफेसर एच एस एन मूर्ति ने हस्ताक्षर किए।

आईएएफ और आईआईटी- मद्रास के बीच इस संयुक्त साझेदारी का उद्देश्य 'आत्मनिर्भर भारत' को प्राप्त करने के लिए आईएएफ के स्वदेशीकरण के प्रयासों में तेजी लाना है।

इस समझौता ज्ञापन के तहत भारतीय वायुसेना ने प्रौद्योगिकी विकास और विभिन्न हथियार प्रणालियों के निर्वाह के लिए स्वदेशी समाधान खोजने से जुड़े प्रमुख फोकस क्षेत्रों की पहचान की है।

आईआईटी मद्रास व्यवहार्यता अध्ययन और प्रोटोटाइप विकास के लिए अनुसंधान के माध्यम से विधिवत समर्थित परामर्श प्रदान करेगा।

आईआईटी- मद्रास, भारतीय वायु सेना के साथ साझेदारी में रखरखाव कमान आईएएफ के बेस रिपेयर डिपो (बीआरडी) द्वारा निर्वाह क्षमता, अप्रचलन प्रबंधन और 'आत्मनिर्भरता' प्राप्त करने की दिशा में स्वदेशीकरण के प्रयासों में महत्वपूर्ण योगदान देगा।

इससे पहले आईआईटी दिल्ली भी सैन्य बलों से जुड़ी परियोजनाओं का हिस्सा बन चुका है। आईआईटी दिल्ली भारतीय सुरक्षा बलों के लिए स्मार्ट प्रोटेक्टिव क्लोथिंग विकसित करेगा। इसके तहत सियाचिन ग्लेशियर जैसे हाई एल्टीट्यूड वाले क्षेत्रों में तैनात सैनिकों के लिए परिधान और उपस्कर तैयार किए जाएंगे। साथ ही बैलिस्टिक हथियारों से सुरक्षा प्रदान करने वाले कपड़े और सेंसर फिटेड कपड़ों के अनुसंधान और विकास के क्षेत्र में आईआईटी दिल्ली के साथ मिलकर काम किया जाएगा।

भारत सरकार के उपक्रम, ट्रूप कम्फर्ट्स लिमिटेड (टीसीएल) ने इस महत्वपूर्ण योजना के लिए आईआईटी दिल्ली के साथ करार किया है। टीसीएल का मुख्यालय उत्तर प्रदेश के कानपुर में है।

टीसीएल सैनिकों और अर्धसैनिक बलों के लिए ट्रूप कम्फर्ट आइटम का उत्पादन करता है। टीसीएल के अंतर्गत चार निर्माणियां हैं- आयुध उपस्कर निर्माणी, कानपुर, उत्तर प्रदेश आयुध वस्त्र निर्माणी, शाहजहांपुर, उत्तर प्रदेश आयुध वस्त्र निर्माणी, आवाडी, चेन्नई, तमिलनाडु एवं आयुध उपस्कर निर्माणी, हजरतपुर, उत्तर प्रदेश।

आईआईटी दिल्ली के मुताबिक इस समझौते के तहत, टीसीएल और आईआईटी दिल्ली सियाचिन ग्लेशियर जैसे हाई एल्टीट्यूड वाले क्षेत्रों में तैनात सैनिकों के लिए परिधान और उपस्कर, बैलिस्टिक हथियारों से सुरक्षा प्रदान करने वाले कपड़े और सेंसर फिटेड कपड़ों के अनुसंधान और विकास के क्षेत्र में मिलकर काम करेंगे।


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