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मध्यप्रदेश में एक दिन में रोंपे गए छह करोड़ से ज्यादा पौधे

पर्यावरण बचाने की दिशा में देश के हृदय प्रदेश मध्यप्रदेश ने मात्र 12 घंटों में छह करोड़ से भी ज्यादा पौधे रोंप कर एक अनूठा कीर्तिमान स्थापित किया है

मध्यप्रदेश में एक दिन में रोंपे गए छह करोड़ से ज्यादा पौधे
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भोपाल। पर्यावरण बचाने की दिशा में देश के हृदय प्रदेश मध्यप्रदेश ने मात्र 12 घंटों में छह करोड़ से भी ज्यादा पौधे रोंप कर एक अनूठा कीर्तिमान स्थापित किया है।

रविवार को सुबह आठ बजे से लेकर रात आठ बजे तक पूरे प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में नर्मदा कछार के 24 जिलों में अभी तक प्राप्त जानकारी के अनुसार 6 करोड़ 63 लाख से ज्यादा पौधे रोपे गये।

इतनी बड़ी संख्या में पौधे रोंपे जाना अपने आप में एक रिकॉर्ड बताया जा रहा है।

इन जिलों के अतिरिक्त राजधानी भोपाल से भी कई स्थानों पर लोगों द्वारा स्वत: प्रेरणा लेते हुए पौधारोपण किए जाने की खबरें हैं।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्वयं अनूपपुर जिले के अमरकंटक, खंडवा जिले के ओंकारेश्वर, सीहोर जिले के छीपानेर और जबलपुर जिले के लम्हेटाघाट में पौधारोपण किया।

इस वृहद अभियान की शुरुआत उन्होंने नर्मदा नदी के उद्गम अमरकंटक से की।

इस मौके पर उन्होंने अगले साल फिर पौधरोपण महाअभियान चलाने और कल रोंपे गए पौधों के संरक्षण और देखभाल के लिए पौध रक्षकों की व्यवस्था करने की भी घोषणा की।

मध्यप्रदेश का ये अभियान दिन भर ट्विटर पर हैशटैग एमपीप्लांट्ससिक्सकरोड़ट्रीज के माध्यम से ट्रेंड करता रहा।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार नर्मदा नदी के कछार के 24 जिलों में एक लाख 17 हजार 293 रोपण स्थलों पर पौधे रोपे गये।

कुल रोपित पौधों में से वन विभाग ने 3 करोड़ 5 लाख 54 हजार 825, वन विकास निगम ने 15 लाख 4 हजार 105, ग्रामीण विकास विभाग ने एक करोड़ 70 लाख 19 हजार 724, कृषि विभाग ने 5 लाख 16 हजार 594, उद्यानिकी विभाग ने 34 लाख 79 हजार 642, जन अभियान परिषद ने 14 लाख 63 हजार 839 और अन्य सामाजिक-स्वयं सेवी संगठनों, धार्मिक संस्थाओं, शासकीय संस्थाओं, महिला मण्डल, क्लब्स और निजी व्यक्तियों आदि ने 36 लाख 47 हजार 846 पौधे रोपे।

कल के इस अभियान में सागौन, बांस, आंवला, अर्जुन, बेल, नीम हर्रा, बहेड़ा, जामुन, जाम, सीताफल, नींबू, आम, अनार, शहतूत, महुआ, इमली, अचार, कुल्लू, कुसुम, साजा, सिरस, सुरजना, कटहल, पीपल, बरगद, कदम्ब आदि पौधे रोंपे गए।
ये महाअभियान मुख्यत: मध्यप्रदेश के हिस्से के नर्मदा कछार के 24 जिलों में हुआ।

इनमें डिंडौरी, मण्डला, जबलपुर, नरसिंहपुर, होशंगाबाद, रायसेन, सीहोर, हरदा, देवास, खण्डवा, खरगोन, धार, बड़वानी, अलीराजपुर, अनूपपुर, बालाघाट, कटनी, दमोह, सागर, सिवनी, छिन्दवाड़ा, बैतूल, इन्दौर और बुरहानपुर जिला शामिल है।

वृक्षारोपण का कार्य वन क्षेत्रों में, स्कूल, कॉलेज, शासकीय कार्यालयों के प्रांगण, अन्य सामुदायिक भूमियों और निजी भूमियों पर हुआ।

वृक्षारोपण में भाग लेने हेतु ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था की गई थी।

रजिस्टर्ड संस्थाओं और लोगों के अलावा अन्य संस्थाओं और लोगों ने भी वृक्षारोपण में भागीदारी की।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश की जीवन रेखा नर्मदा नदी को प्रदूषण मुक्त करने, नदी के प्रवाह को अविरल बनाये रखने और नर्मदा कछार क्षेत्र में जैव-विविधता के संरक्षण के प्रति जन-मानस को जागरूक करने के लिये 11 दिसंबर, 2016 से 15 मई, 2017 तक नर्मदा तट के मध्यप्रदेश के जिलों में नर्मदा सेवा यात्रा निकाली थी।

उसी यात्रा के दौरान इस अभियान की घोषणा की गई थी।


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