राष्ट्रीय संगोष्ठी में प्रस्तुत किए गए सौ से अधिक शोध-पत्र
शोधपत्र में आर्थिक और रक्षा सुधारों, कृषि बाजारों के एकीकरण, ई मोबिलिटी, कचरा प्रबंधन, अक्षय ऊर्जा विस्तार के विषय थे शामिल

ग्रेटर नोएडा। केसीसी इंस्टिट्यूट ऑफ लीगल एंड हायर एजूकेशन में शनिवार को भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद द्वारा प्रायोजित दो-दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी संपन्न हुई।
सबका प्रयास और आत्मनिर्भर भारत विषय पर आयोजित संगोष्ठी में देश भर के शैक्षणिक और सामाजिक संस्थानों के 100 से अधिक शोध-छात्रों और विद्वानों ने अपने रिसर्च पेपर प्रस्तुत किए।
संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में जन भागीदारी बढ़ाने के तरीकों और आर्थिक-सामाजिक विकास के जरूरी उपायों पर चर्चा करना था। सेमिनार में कई गणमान्य लोगों की भी भागीदारी रही।
आईसीएसएसआर के फाइनेंस एडवाइजर और चीफ अकाउंट्स ऑफिसर नरेश सैनी, भारतीय वायुसेना के पूर्व वरिष्ठ अधिकारी डॉ. राजेश कुमार सिंह, मेरठ कॉलेज के रक्षा अध्ययन विभाग के प्रिंसिपल डॉ. संजय कुमार, गुरु गोविंद सिंह आईपी यूनिवर्सिटी के डॉ. दुर्गेश त्रिपाठी और आईसीएसएसआर के निदेशक (शोध) अजय गुप्ता ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।
संस्थान के चेयरमैन दीपक गुप्ता और डायरेक्टर डॉ. भावना अग्रवाल ने बताया कि आत्मनिर्भर भारत पर केंद्रित दो-दिवसीय सेमिनार में शोधकर्ताओं और विद्वानों ने श्एक्शन-75श् से संबंधित नीतियों को लागू करने और उन्हें व्यावहारिक बनाने पर कई विचार और सुझाव दिए हैं। ये विचार और सुझाव सामाजिक, आर्थिक और रक्षा क्षेत्र में उन्नति के सरकारी लक्ष्यों और प्रयासों में काफी सहायक साबित हो सकते हैं।
शोधपत्र में आर्थिक और रक्षा सुधारों, कृषि बाजारों के एकीकरण, ई-मोबिलिटी, कचरा प्रबंधन, अक्षय ऊर्जा विस्तार, लघु उद्योगों के विकास, कर सुधार, डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर, स्वास्थ्य क्षेत्र में खेल और योग का महत्व, आत्मनिर्भर भारत के लिए महिला सशक्तिकरण सहित कई अन्य विषय शामिल थे।


