दूषित भोजन खाने से 30 से अधिक बीमार
यहां से दस किलोमीटर ग्राम कोटमी में दूषित पानी एवं भोजन खाने की वजह से करीब 30 से अधिक लोग उल्टी दस्त से पीडित हो गये

भाटापारा। यहां से दस किलोमीटर ग्राम कोटमी में दूषित पानी एवं भोजन खाने की वजह से करीब 30 से अधिक लोग उल्टी दस्त से पीडित हो गये । उन्हें 02 अक्टूबर की शाम सिविल अस्पताल भाटापारा लाया गया वहीं आज भी कई लोगों को अस्पताल में इलाज जारी है। दूसरी ओर अस्पताल के अलावा ग्राम कोटमी में कैम्प लगाकर वहां पर लोगों का इलाज कराया जा रहा है । वहीं इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार 01 अक्टूबर की रात को सामूहिक भोज में खाने पीने की वजह एवं स्पाट सोर्स नल जल योजना के तहत पीने के पानी दूषित हो जाने के कारण कोटमी ग्राम डायरिया के चपेट में आ गया । अभी सारे पीडित लोगों की हालत में काफी सुधार है ।
सिविल अस्पताल में पीडित कांती बाई ,भूक्कूवर्मा, दुलारी बाई ,बिमला,टेंगनू परमेष्वर,सरिता ,नीला ,ने बताया कि 01 अक्टूबर की रात खाने के बाद उनके पेट में मरोड शुरू हुआ और कुछ देर बाद दस्त व उल्टी शुरू हो गयी तत्काल ही इसकी जानकारी घर में देने के बाद तुरंत एक अक्टूबर व दो अक्टूबर की दरम्यानी रात 108 एम्बुलेस से सिविल अस्पताल भाटापारा लाया गया जहां कि आज उनका इलाज भी जारी है सभी की स्थिति काफी सुधार है । वहीं आज दूसरे दिन कोटमी गांव स्वास्थ्य केन्द्र का कैम्प लगा हुआ है जहां कि पीडितो का इलाज जारी है ।
सिविल अस्पताल के बीएमओ राजेष अवस्थी का कहना है कि पूरे गांव क्लोरिन टेबलेट ओ आर एस का घोल का पावडर बांटा गया है । वहीं ग्रामवासीयों का सलाह दी गयी है वे उबाल कर गरम पानी पीये वहीं स्पाट सोर्स के पानी को फिलहाल बंद करा दिया गया है ।
वहीं गांवों में और किसी श्रोत का पानी पीने से मना किया गया वहीं पीएचई विभाग के ईई एस एन पाण्डेय का कहना है कि भाटापारा के पीएचई की टीम को निर्देष दिया गया है कि वे गांव में जाकर पूरे क्षेत्र में पानी की सप्लाई को चेक करें और उसमें आवष्यक हितायत देकर पानी की स्थिति को देख ताक कर बिना क्लोरिन या पानी उबाल कर ही पिये दूसरी ओर भाजपा के ग्रामीण मंडल अध्यक्ष डब्ल्यू सिंह ठाकुर का कहना है कि लगभग 9 सौ की आबादी वाले गांव में पहली बार डायरिया का प्रकोप हुआ है ।वहीं स्पॉट सोर्स नलजल योजना के पानी की जांच करवाने के बाद ही पुन: इसकी सप्लाई को चालू किया जायेगा ।
फोटो- ग्राम कोटमी का पीडित लोग


