पर्यावरण प्रदर्शनी में 100 से भी ज्यादा कंपनियां ले रही हैं हिस्सा
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने यहां प्रगति मैदान में तीन दिवसीय पर्यावरण प्रदर्शनी 2018 का उद्घाटन किया

नई दिल्ली। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने यहां प्रगति मैदान में तीन दिवसीय पर्यावरण प्रदर्शनी 2018 का उद्घाटन किया। इस प्रदर्शनी में पर्यावरण इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी, स्वच्छ वायु, नवीकरणीय ऊर्जा, प्रदूषण नियंत्रण से जुड़ी 100 से भी ज्यादा कंपनियां हिस्सा ले रही हैं। ग्रीन सोसाइटी ऑफ इंडिया और इंडियन एग्जीबीशन सर्विस द्वारा आयोजित तीन दिवसीय पर्यावरण प्रदर्शनी में 'गो ग्रीन' के थीम पर अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण सम्मेलन का भी आयोजन किया गया। यह प्रदर्शनी पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के साथ-साथ सड़क मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त और समर्थित है।
प्रदर्शनी में साइनॉड बायोगैस कंपनी के सदस्य तारिक अनवर और सैम अनवर ने बताया कि उन्होंने एक बायोगैस प्लांट बनाया है, जिससे किचन के दो किलो कचरे और फूड वेस्ट से ईंधन पैदा किया जाता है। इसका उपयोग किचन में दो घंटे तक रसोई के ईंधन के रूप में किया जा सकता है। इसकी मदद से 50 से 70 प्रतिशत तक एलपीजी की बचत हो सकती है।
धरती मां ट्रस्ट के सदस्य भगवान सिंह बिष्ट ने बताया कि वह दफ्तर और फैक्टरी से निकलने वाले कचरे से घर सजाने के सामान जैसे कप, लैम्पशेड एवं वेस्ट पॉलीथीन से चप्पल और गीले कचरे से खाद बनाते हैं। वे लोगों को भी वस्तुओं के फिर से उपयोग के लिए प्रेरित करते हैं।
ग्रीन सोसाइटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष स्वदेश कुमार ने कहा कि विश्व पर्यावरण प्रदर्शनी 2018 में ग्रीन सोसाइटी ऑफ इंडिया उन फर्मों को ग्रीन अवॉर्डस भी प्रदान किया गया, जिन्होंने अपनी दायित्वों को बखूबी निभाया और अपनी पर्यावरण प्रौद्योगिकी या सीएसआर पहल में सफलता हासिल की है।


