काशी-विश्वनाथ गलियारे की परियोजना की प्रस्तुति देखेंगे मोदी
नरेंद्र मोदी आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुचेंगे, जहां वह प्रस्तावित 400 मीटर लंबे काशी-विश्वनाथ गलियारे की परियोजना की एक विस्तृत प्रस्तुति देखेंगे

लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुचेंगे, जहां वह प्रस्तावित 400 मीटर लंबे काशी-विश्वनाथ गलियारे की परियोजना की एक विस्तृत प्रस्तुति देखेंगे। एक अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी।
अधिकारी ने कहा कि प्रधानमंत्री करोड़ों रुपये की महत्वकांक्षी परियोजना पर एक 12 मिनट की डॉक्यूमेंट्री देखेंगे। यह परियोजना प्रसिद्ध मंदिर की ओर जाने वाले एक चौड़े और सुंदर गलियारे की कल्पना को दर्शाता है।
अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि गलियारे के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) जनवरी 2019 के पहले सप्ताह में प्रस्तुत की जाएगी, जिसके बाद इस परियोजना को केंद्रीय मंत्रिमंडल के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।
काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विशाल सिंह ने कहा कि कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद निविदाएं निकाली जाएंगी। फरवरी 2019 में इसकी आधारशिला रखी जा सकती है।
मंदिर और गंगा के किनारों के बीच प्रस्तावित गलियारा 400 मीटर लंबा और 50 फीट चौड़ा होगा, जो दो लेन का होगा। ब्लूप्रिंट के मुताबिक, ललिता घाट और प्रसिद्ध मणिकर्णिका घाट के बीच एक खुला सभागार, विश्राम गृह, एक अस्पताल, वैदिक अध्ययन केंद्र, पुजारियों और अन्य कर्मचारियों के लिए शौचालय, एक पुस्तकालय, 150 से 175 दुकानें और मदद डेस्क शामिल होंगे।
प्रस्तावित परियोजना के मद्देनजर गलियारे के इलाके में स्थित 80 फीसदी इमारतों को पंजीकृत कर लिया गया है। इलाके की 270 इमारतों व घरों में से 210 ने मंदिर ट्रस्ट के पक्ष में पंजीकरण कराया है और वर्तमान में 140 घरों को ढहाने का कार्य जारी है।
अधिकारी ने यह भी सूचित किया कि आधारशिला रखे जाने से पहले कुल 25 हजार वर्ग मीटर जमीन में से 10 हजार वर्ग मीटर को खाली करा दिया गया है।


