मोदी को माल्या के आरोपों की जांच करानी चाहिए : राहुल
राहुल गांधी ने बुधवार को सोशल मीडिया पर जारी अपने पोस्ट में माल्या की ओर से लगाये गये आरोपों को ‘गंभीर’ करार देते हुए कहा,“ माल्या ने आज लंदन में बहुत गंभीर आरोप लगाए हैं

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बैंकों के नौ हजार करोड़ रुपए लेकर विदेश भागने से पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात संबंधी शराब कारोबारी विजय माल्या के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मामले की स्वतंत्र जांच और वित्त मंत्री के इस्तीफे की मांग की है।
श्री गांधी ने बुधवार को सोशल मीडिया पर जारी अपने पोस्ट में माल्या की ओर से लगाये गये आरोपों को ‘गंभीर’ करार देते हुए कहा,“ माल्या ने आज लंदन में बहुत गंभीर आरोप लगाये हैं और प्रधानमंत्री को इस मामले की तत्काल स्वतंत्र जांच करानी चाहिए और श्री अरुण जेटली को जांच के दौरान अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।”
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, ब्रिटेन में रह रहे विजय माल्या ने लंदन की एक अदालत में उसके प्रत्यर्पण पर सुनवाई के लिए पेशी से पहले संवाददाताओं से कहा कि भारत छोड़ने से पहले वह वित्त मंत्री से मिला था और बैंकों का बकाया कर्ज निपटाने की पेशकश की थी। माल्या ने कहा,“भारत छोड़ने से पहले मैं वित्त मंत्री से मिला था और बैंकों के बकाये कर्ज को निपटाने की पेशकश को दोहराया था।”
विजय माल्या के बयान पर कांग्रेस ने कहा कि यह गंभीर मामला है और मोदी सरकार को इस बारे में देश को स्पष्ट जवाब देना चाहिए।
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि माल्या कह रहे हैं कि भारत छोड़ने से पहले वह श्री जेटली से मिले थे और उसने वित्त मंत्री से उस पर बैंकों के बकाया कर्ज को निपटाने के संबंध में पेशकश की थी। इस संबंध में माल्या के लंदन में दिए गये बयान से साफ हो गया है कि माल्या ने वित्त मंत्री से औपचारिक रूप से मुलाकात की थी।
उन्होंने कहा कि बुनियादी सवाल यह है कि जिस व्यक्ति के पास बैंकों का इतना ज्यादा कर्ज है और पूरे देश को यह मालूम है उसे विदेश जाने से रोका क्यों नहीं गया। बैंकों से इतनी बड़ी रकम लेकर एक बकायादार विदेश भाग रहा है और उसे रोका नहीं जा रहा है यह हैरान करने वाली बात है।


