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भारत के बारे में अमेरिका से निर्णय लेने संबंधी मुद्दे पर जवाब दें मोदी, संसद सत्र बुलाएं : कांग्रेस

कांग्रेस ने कहा है कि पाकिस्तान के विरुद्ध सैन्य कार्रवाई रोकने के निर्णय तथा कश्मीर को लेकर राग अलापने का हर मंच से जो काम अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की तरफ से किया जा रहा है वह देश की सुरक्षा और संप्रभुता के लिए गंभीर चिंता का विषय है

भारत के बारे में अमेरिका से निर्णय लेने संबंधी मुद्दे पर जवाब दें मोदी, संसद सत्र बुलाएं : कांग्रेस
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नई दिल्ली। कांग्रेस ने कहा है कि पाकिस्तान के विरुद्ध सैन्य कार्रवाई रोकने के निर्णय तथा कश्मीर को लेकर राग अलापने का हर मंच से जो काम अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की तरफ से किया जा रहा है वह देश की सुरक्षा और संप्रभुता के लिए गंभीर चिंता का विषय है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इसको लेकर चुप्पी साधने की बजाय देश को जवाब देना चाहिए।

कांग्रेस के संचार विभाग के प्रभारी जयराम रमेश तथा विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की यहां हुई बैठक के बाद पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सैन्य कार्रवाई रोकने को लेकर पहली घोषणा अमेरिका से होती है जो गंभीर सवाल खड़े करती है और मोदी सरकार को इस सवाल का जवाब देना चाहिए। अब अमेरिका की ओर से कश्मीर को लेकर चर्चा करने का प्रयास किया जा रहा है, जबकि इस मुद्दे पर सिर्फ भारतीय संसद में ही बात होनी चाहिए लेकिन इस बारे में भी श्री मोदी चुप्पी साधे हैं। प्रधानमंत्री बुनियादी सवालों का जवाब देने की बजाय आपरेशन सिंदूर पर राजनीति कर रहे हैं और इसे एक पार्टी का ब्रांड बनाने का प्रयास किया जा रहा है इसलिए सिर्फ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) शासन वाले राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई जा रही है। यह इस आपरेशन सिंदूर के राजनीतिकरण करने का प्रयास है और इसे पार्टी का ब्रांड बनाने की कोशिश हो रही है। कुछ दिन पहले एक उद्योगपति घराने ने भी आपरेशन सिंदूर को ब्रांड बनाने की कोशिश की थी।

उन्होंने कहा कि बैठक में पहलगाम हमले का मुद्दा भी उठा और पहलगाम हमले को लेकर सुरक्षा तथा खुफिया चूक पर गहरी चिंता व्यक्त की गई तथा सरकार से इस बारे में सवाल पूछे गये है। उनका कहना था कि बैठक में 23 वरिष्ठ नेताओं ने हिस्सा लिया और सभी नेताओं ने इस बात पर चिंता व्यक्त की कि देश की सुरक्षा और संप्रभुता का सवाल है तो क्यों अमेरिका व्यापार का मुद्दा उठाकर दबाव बनाने का काम कर रहा है। सैन्य कार्रवाई रोकने की पहली घोषणा अमेरिका से हुई, लेकिन प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री एस. जयशंकर इस बारे में कुछ नहीं कहते हैं। अमेरिका कहता है कि कश्मीर मुद्दे पर भारत या पाकिस्तान नहीं, कहीं तीसरे देश में बातचीत हो लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि इस मुद्दे पर भी श्री मोदी और डॉ. जयशंकर चुप्पी साधे हैं।

कांग्रेस नेताओं ने कहा कि पार्टी नेताओं ने बैठक में पहलगाम हमले के बाद की स्थिति पर सर्वदलीय बैठक और संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है। उनका कहना था कि पहलगाम में सुरक्षा चूक तथा खुफिया विफलता को लेकर सबको सर्वदलीय बैठक में जवाब दिया जाना चाहिए, लेकिन ऐसा करने की बजाय सरकार आपरेशन सिंदूर के नाम पर राजनीति कर रही है और जल्दी ही भाजपा गठबंधन सरकार के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक रही है। अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों को इसमें क्यों नहीं बुलाया जा रहा है। उन्होंने इसे आपरेशन सिंदूर का राजनीतिकरण करार दिया और कहा कि सुरक्षा को लेकर सर्वदलीय बैठक के साथ ही संसद का विशेष सत्र बुलाया जाना चाहिए।

श्री खेड़ा ने कहा कि 15 दिन में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की पहलगाम को लेकर कई बैठकें हो चुकी हैं और कांग्रेस ने कहा है कि विपक्ष सरकार के साथ खड़ा है, लेकिन सरकार बैठ गई हैं। बैठक में सवाल उठाया गया कि पहले सैन्य कार्रवाई रोकने की अमेरिका से घोषणा होती है और अब कश्मीर को लेकर बात की जा रही है। सवाल है कि देश के बारे में निर्णय कौन ले रहा है और बेतुके निर्णय लेने की बात क्यों की जा रही है। देश की संप्रभुता के लिए यह खतरनाक है लेकिन श्री मोदी तथा विदेश मंत्री इस पर चुप हैं। इसका खंडन नहीं कर रहे हैं।


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