मोदी की लोकप्रियता से डरा विपक्ष एकजुट होने को हुआ मजबूर : अमित शाह
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष अमित शाह ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता के डर से प्रतिकूल विचारधारा और सिद्धांतों वाले दल एकजुट होकर चुनाव मैदान में खड़े होने को मजबूर हुय

कासगंज/फिरोजाबाद । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष अमित शाह ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता के डर से प्रतिकूल विचारधारा और सिद्धांतों वाले दल एकजुट होकर चुनाव मैदान में खड़े होने को मजबूर हुये हैं।
पीडी जैन इण्टर कालेज के मैदान पर बुधवार को चुनावी जनसभा को सम्बोधित करते हुये श्री शाह ने कहा कि यह चुनाव देश के लिये महत्वपूर्ण है। जो विपक्षी पार्टियां कभी आपस में नमस्कार भी नहीं करती थी, आज वह भाजपा के ड़र से एकजुट होकर चुनावी मैदान में खड़ी है।
उन्होने कहा कि कांग्रेस,सपा और बसपा समेत समूचे विपक्ष को मोदी से मुकाबले के लिये अपने वोट बैंक की चिंता खाये जा रही है। यही कारण है कि नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला के कश्मीर में अलग प्रधानमंत्री होने वाले बयान से विपक्ष कन्नी काटता दिख रहा है। वह बयान देकर अपने वोट बैंक को नाराज नहीं देखना चाहता। उन्हे पता होना चाहिये कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। किसी भी दशा में उसको देश से अलग नही होने दिया जायेगा।
शाह ने कहा कि चाचा (शिवपाल सिंह यादव) और भतीजा (अक्षय यादव) के समर्थक अफवाह फैला रहे है कि भाजपा चाचा या भतीजे का समर्थन कर रही है जो पूरी तरह से गलत है। मतदाताओं से अपील करते हुये उन्होने कहा कि वे किसी की अफवाह में ना आकर भाजपा प्रत्याशी डाॅ चन्द्रसेन जादौन के पक्ष में मतदान करें क्योंकि देश में मोदी सरकार बनने जा रही है।
केन्द्र सरकार की उपलब्धियों का बखान करते हुये उन्होने कहा कि भाजपा की केन्द्र सरकार ने पांच साल में 133 लाभकारी योजनाओं को लागू किया है। इन योजनाओं के तहत देश की सात करोड़ गरीब महिलाओं को उज्जवला गैस, 8 करोड़ गरीब परिवारों को शौचालय, दो करोड़ गरीब परिवारों को बिजली, 2.5 करोड़ गरीबों को घर, 50 करोड़ गरीबों को आयुष्मान योजना का लाभ बिना किसी भेदभाव के दिया गया है।


