70 साल की अर्जित संपत्ति उद्योगपतियों को बेच रही मोदी सरकार : दिग्विजय
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव एवं वर्तमान सांसद दिग्विजय सिंह ने केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना राष्ट्रीय मौद्रिकरण पाइपलाइन (एमएमपी) के खिलाफ हमला बोला

पटना। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव एवं वर्तमान सांसद दिग्विजय सिंह ने केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना राष्ट्रीय मौद्रिकरण पाइपलाइन (एमएमपी) के खिलाफ हमला बोला और कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से मोदी सरकार 70 साल की अर्जित संपत्ति को उद्योगपतियों के हाथों बेच रही है।
श्री सिंह ने गुरुवार को यहां कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि नालायक बेटा विरासत में मिली संपत्ति को बेचकर फिर कर्ज लेकर घी पिता है जबकि लायक बेटा विरासत में मिली संपत्ति में जोड़ता है। वर्तमान सरकार की नीति नालायक बेटे की तरह है क्योंकि वह देश के आम लोगों द्वारा दिए गए लाखों-करोड़ों रुपये के बनाये गए सार्वजनिक क्षेत्र को बेचकर पैसे जुटाने की योजना पर काम कर रही है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि देश समाजवादी विचारकों महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू, लोहिया और जयप्रकाश नारायण के अनुरूप संचालित होने के बजाय राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के विचारों पर जो गरीबों, वंचितों और मजदूरों के शुरू से खिलाफ रही है उसके अनुरूप चलाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने आरएसएस को गरीब, मजदूर और किसान विरोधी बताते हुए कहा कि संघ के लोग जब भाखड़ा नांगल बांध बन रही थी तो किसानों को बरगलाने में व्यस्त थे कि इस बांध का पानी कृषि के लिए हानिकारक है।


