मोदी सरकार ने चार साल में पेट्रोलियम पदार्थों पर 11 बार उत्पाद कर बढ़ाया: माकपा
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने कहा है कि मोदी सरकार ने चार साल में पेट्रोलियम पदार्थों पर 11 बार उत्पाद कर बढ़ाया है जिससे पेट्रोल डीजल की कीमतें बेतहाशा बढ़ी हैं

नयी दिल्ली। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने कहा है कि मोदी सरकार ने चार साल में पेट्रोलियम पदार्थों पर 11 बार उत्पाद कर बढ़ाया है जिससे पेट्रोल डीजल की कीमतें बेतहाशा बढ़ी हैं और महंगाई आसमान चुने लगी है जबकि कारपोरेट के चार लाख करोड़ रुपये कर्ज़ माफ़ कर दिये जाने से देश की आर्थिक हालत खस्ता हो गयी है।
माकपा की केंद्रीय समिति की तीन दिन चली बैठक के बाद पार्टी द्वारा जारी विज्ञप्ति में यह चिंता व्यक्त की गयी हैं।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि मोदी सरकार ने चार सालों में न केवल सांप्रदायिक ध्रुवीकरण को बढ़ावा दिया है बल्कि संसदीय संस्थाओं को भी कमजोर किया है और नोटबंदी तथा जीएसटी लागू कर अर्थ व्यस्था को भी कमजोर बनाया है।
विज्ञप्ति के अनुसार किसानों की समस्या बढ़ी है लेकन उसे दूर करने के लिए केंद्र ने कोई ठोस कदम नही उठाये। दूसरी तरफ समाज में गौ हत्या के नाम पर लोगों को पीट पीटकर मार देने की घटनाएं भी बढ़ने लगी हैं। भाजपा शासित राज्यों में तो एक एफआईआर दर्ज होना भी मुश्किल है।
पार्टी ने यह भी कहा कि मोदी सरकार के प्रारंभ के तीन साल में कारपोरेट के ढाई लाख करोड़ रुपए का कर्ज़ माफ़ कर दिया गया और अब एक लाख ४४ हज़ार करोड़ रुपए का अतिरिक्त कर्ज़ भी बट्टे खाते में चला गया है।
विज्ञप्ति में असम के नागरिकता कानून में संशोधन की भी आलोचना की गयी है और जम्मू कश्मीर को लेकर मोदी सरकार की विफलता की भी तीखी आलोचना की गयी हैं। कश्मीर में भाजपा आतंकवाद को कुचलने के नाम पर निर्दोष लोगों पर कड़ी कार्रवाई करेगी।
पार्टी ने किसानों मजदूरों की पांच सितम्बर को संसद घेराव के आयोजन को समर्थन देने का फैसला किया है।


