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मोदी सरकार पूर्वोत्तर में शांति बनाए रखने और समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध : शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार 2014 से ही पूर्वोत्तर क्षेत्र में शांति बनाए रखने और समग्र विकास सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है

मोदी सरकार पूर्वोत्तर में शांति बनाए रखने और समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध : शाह
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ईटानगर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार 2014 से ही पूर्वोत्तर क्षेत्र में शांति बनाए रखने और समग्र विकास सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। अरुणाचल प्रदेश के तिरप जिले के नरोत्तम नगर (देवमाली) में रामकृष्ण मिशन स्कूल के 'स्वर्ण जयंती समारोह' को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जब से मोदी सरकार सत्ता में आई है, देश के अन्य राज्यों के समान पूर्वोत्तर क्षेत्र को विकसित करने के लिए एक समग्र विकास एजेंडा शुरू किया गया है।

उन्होंने कहा, "हमारा सबसे पहला उद्देश्य, नॉर्थ ईस्ट की बोलियों, भाषाओं, नृत्य, संगीत और खानपान की परंपरा को न केवल बचाना, बल्कि उन्हें समृद्ध कर उसे पूरे देशभर में गौरव दिलाना है। दूसरा, सारे विवादों को समाप्त कर पूर्वोत्तर के युवाओं को एक ऐसा प्लेटफार्म देना है, जिस पर खड़ा होकर वह विश्व के युवाओं के साथ स्पर्धा कर सके।"

गृहमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार पहले ही असम सहित विभिन्न पूर्वोत्तर राज्यों की कई समस्याओं का समाधान कर चुकी है, क्योंकि सरकार इसे देश का शांतिपूर्ण, आतंकवाद मुक्त विकसित क्षेत्र बनाना चाहती है।

उन्होंने कहा, "मोदी सरकार सभी सुविधाएं उपलब्ध कराकर पूर्वोत्तर को बदलने की कोशिश कर रही है। पिछले आठ वर्षो के दौरान इस क्षेत्र में बहुत सारे बदलाव और पथ-प्रदर्शक कदम उठाए गए हैं। आज तक कोई भी प्रधानमंत्री 50 बार पूवोत्तर नहीं आया है, लेकिन पीएम मोदी 8 साल में 50 से अधिक बार यहां के अलग-अलग राज्यों में आए हैं।"

शाह ने कहा, "नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने नॉर्थईस्ट की सभी समस्याओं का धीरे-धीरे और धैर्यपूर्वक समाधान ढूंढने का काम किया है। आज मैं गर्व के साथ कह सकता हूं कि 8 साल के अंदर 9000 से ज्यादा रास्ते से भटक गए युवा आज हथियार डालकर देश की मुख्यधारा में शामिल हो भारत के विकास के लिए काम कर रहे हैं।"

गृहमंत्री ने कहा, "मेघालय और असम के बीच सालों से जो सीमा की समस्याएं थीं, उसमें 60 प्रतशित से ज्यादा विवादित क्षेत्र को आज शांति के साथ सुलझा दिया है और मुझे आशा है कि अरुणाचल और असम की सीमाओं की समस्या का भी हम जल्दी ही समाधान ढूंढ लेंगे।"

अरुणाचल प्रदेश में पिछले कई दशकों से रामकृष्ण मिशन की मानवीय सेवाओं की प्रशंसा करते हुए, गृहमंत्री ने एक स्मारिका और मिशन पर एक डिजिटल दस्तावेज भी जारी किया।

उन्होंने वर्चुअली मिशन के छात्रावास भवन की आधारशिला रखी और इस अवसर पर स्वामी विवेकानंद की एक प्रतिमा का अनावरण किया।

गृहमंत्री के साथ मुख्यमंत्री पेमा खांडू, उपमुख्यमंत्री चोवना मेन और सांसद तपीर गाओ भी मौजूद थे।

शाह दो दिवसीय दौरे पर शनिवार को ईटानगर पहुंचे। अरुणाचल प्रदेश में अपने प्रवास के दौरान वह कई अन्य कार्यक्रमों में भाग लेने के अलावा भाजपा नेताओं और पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे।


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